इस साल राम नवमी (ram navami 2022) 10 अप्रैल को मनाई जाएगी. अब, जिस दिन श्री राम को याद किया जाता है. तो, ऐसा तो हो नहीं सकता कि साता मां को याद न किया जाए. तो, बता दें कि सीता माता को जानकी के नाम से भी पुकारा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हमारे देश में हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मां (aarti sita mata ki) जानकी जयंती बड़ी ही धूम-धाम से मनाई जाती है. इसमें उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.
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मान्यताओं के अनुसार जिस घर में मां जानकी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है उस घर में धन की कभी (sita mata ji ki aarti) भी हानि नहीं होती है. मान्यता ये भी है कि जो व्यक्ति मां जानकी की पूजा अर्चना भक्ति भाव से करता है. मां जानकी उसकी सभी मनोकामनाएं बहुत ही जल्दी पूरी करती हैं. लेकिन, मां की पूजा तब तक अधूरी है जब तक उनकी आरती न की जाए. तो, अगर आप भी मां जानकी से आशीर्वाद पाना चाहते है, तो उनकी ये विशेष आरती (sita maa aarti 2022) जरूर करें.
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सीता माता की आरती (sita mata aarti)
आरती श्रीजनक-दुलारी की। सीताजी रघुबर-प्यारी की।।
जगत-जननि जगकी विस्तारिणि, नित्य सत्य साकेत विहारिणि।
परम दयामयि दीनोद्धारिणि, मैया भक्तन-हितकारी की।।
आरती श्रीजनक-दुलारी की।
सतीशिरोमणि पति-हित-कारिणि, पति-सेवा-हित-वन-वन-चारिणि।
पति-हित पति-वियोग-स्वीकारिणि, त्याग-धर्म-मूरति-धारी की।।
आरती श्रीजनक-दुलारी की।।
विमल-कीर्ति सब लोकन छाई, नाम लेत पावन मति आई।
सुमिरत कटत कष्ट दुखदायी, शरणागत-जन-भय-हारी की।।
आरती श्रीजनक-दुलारी की। सीताजी रघुबर-प्यारी की।।