Skand Shashthi 2022 Bhagwan Kartikey Aarti: स्कंद षष्ठी हर माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है. स्कंद षष्ठी के दिन भगवान शिव के ज्येष्ठ पुत्र भगवान कुमार कार्तिकेय की पूजा करने का विधान है. कार्तिकेय का एक नाम स्कंद भी है इसलिए इनकों समर्पित इस तिथि को स्कंद षष्ठी कहा जाता है. स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की विधिवत पूजा की जाती है. स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा करने और व्रत रखने से सुखी जीवन प्राप्त होता है. वहीं, इस दिन भगवान कार्तिकेय की आरती करने से न सिर्फ संतान सुख मिलता है बल्कि संतान का भविष्य भी संवर जाता है. यहां तक कि, संतान का शरीर रोग मुक्त रहता है और उसे कभी कोई बीमारी नहीं घेर पाती है. बता दें कि, पंचांग के मुताबिक इस महीने ये व्रत 5 जून यानी रविवार को रखा जाएगा.
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भगवान कार्तिकेय की आरती
जय जय आरती वेणु गोपाला
वेणु गोपाला वेणु लोला
पाप विदुरा नवनीत चोरा
जय जय आरती वेंकटरमणा
वेंकटरमणा संकटहरणा
सीता राम राधे श्याम
जय जय आरती गौरी मनोहर
गौरी मनोहर भवानी शंकर
सदाशिव उमा महेश्वर
जय जय आरती राज राजेश्वरि
राज राजेश्वरि त्रिपुरसुन्दरि
महा सरस्वती महा लक्ष्मी
महा काली महा लक्ष्मी
जय जय आरती आन्जनेय
आन्जनेय हनुमन्ता
जय जय आरति दत्तात्रेय
दत्तात्रेय त्रिमुर्ति अवतार
जय जय आरती सिद्धि विनायक
सिद्धि विनायक श्री गणेश
जय जय आरती सुब्रह्मण्य
सुब्रह्मण्य कार्तिकेय ||