आज मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है. हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार व्रत और पूजा की जाती है. मंगलवार व्रत कथा का पाठ भी किया जाता है. हालांकि जो लोग व्रत नहीं रखते हैं, वे हनुमान चालीसा (Hanuman aarti 2022) का पाठ करते हैं और हनुमान जी की आरती करते हैं. हनुमान जी की आरती के समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. आरती करने से पूजा पूर्ण होती है. आइए जानते हैं कि हनुमान जी की कौन-सी आरती (Hanuman Ji Ki Aarti) करनी है.
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हनुमान जी की आरती (shri hanuman aarti)
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई। सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥
दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारि सिया सुधि लाए॥
लंका सो कोट समुद्र-सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई॥
लंका जारि असुर संहारे। सियारामजी के काज सवारे॥
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आनि संजीवन प्राण उबारे॥
पैठि पाताल तोरि जम-कारे। अहिरावण की भुजा उखारे॥
बाएं भुजा असुरदल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे॥
सुर नर मुनि आरती उतारें। जय जय जय हनुमान उचारें॥
कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई॥
जो हनुमानजी की आरती गावे। बसि बैकुण्ठ परम पद पावे॥