Chanting 'OM' Science and Health Benefits: धर्म का गूढ़ ज्ञान ही नहीं, रहस्यात्मक विज्ञान भी है ॐ... इन जानलेवा बीमारियों को कर देता है जड़ से नष्ट

ॐ का जाप करने से जितना व्यक्ति को अध्यात्मिक लाभ होता है उतना ही गहरा स्वास्थ्य लाभ भी पहुंचता है. हिन्दू धर्म में जहां ॐ को गूढ़ ज्ञान बताया गया है वहीं, साइंस ने इसे रहस्यात्मक तौर पर चमत्कारी माना है.

author-image
Gaveshna Sharma
एडिट
New Update
रहस्यात्मक विज्ञान है ॐ, इन जानलेवा बीमारियों को कर देता है जड़ से नष्ट

रहस्यात्मक विज्ञान है ॐ, इन जानलेवा बीमारियों को कर देता है जड़ से नष्ट( Photo Credit : Social Media)

Advertisment

Chanting 'OM' Science and Health Benefits: ओम (ॐ) को हिन्दू धर्म में महामंत्र माना गया है. ऐसा माना जाता है कि संपूर्ण सृष्टि का वास इस जाप में है और यही कारण है कि इसे रोज जपना ईश्वर को प्रसन्न करने का सीधा और सरल तरीका माना गया है. ॐ का जाप करने से शरीर में प्राण शक्ति का संचार होता है. इस एक शब्द में न सिर्फ धर्म का सार है बल्कि विज्ञान का विस्तार भी है. ॐ का जाप करने से जितना व्यक्ति को अध्यात्मिक लाभ होता है उतना ही गहरा स्वास्थ्य लाभ भी पहुंचता है. हिन्दू धर्म में जहां ॐ को गूढ़ ज्ञान बताया गया है वहीं, साइंस ने इसे रहस्यात्मक तौर पर चमत्कारी माना है. 

यह भी पढ़ें: After Holi Science And Health Benefits: होली खेलने के बाद होता है दिमाग पर ऐसा असर, आंखों को होते हैं ये फायदे

ॐ का जाप आपकी हेल्थ के लिए बहुत मायने रखता है. इस मंत्र के जाप से कई अद्भुत मेंटल और फिज़िकल हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं. जैसे:

1. तनाव करे दूर (Om Removes Stress and Keeps Mind Calm)
ओम मंत्र का जाप करते ही महज 2 से 3 मिनट के अंदर ही आपको इसका असर दिखने लगता है. ओम के प्रभाव से आपका दिमाग हल्का होना शुरू हो जाता है और शरीर ढीला होने लगता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हर तरह की चिंता और तनाव शरीर से बाहर निकलने लगती है. आपको आतंरिक शान्ति महसूस होने लगती है. 

2. ध्यान और एकाग्रता बढ़ाए (Om Improves Concentration)
जब आप अपनी श्वास (Breathing) पर ध्यान लगाते हुए ॐ का उच्चारण करते हैं तो उससे आपकी एकाग्रता बढ़ती है जिससे आपकी कंसंट्रेशन पॉवर (Concentration Power) में सुधार होना शुरू हो जाता है. इसके अलावा, आपकी याद्दाश्त भी मजबूत होने लगती है. यानी कि जब आपकी एकाग्रता बढ़ेगी तो आपको चीज़ें लंबे वक्त तक याद रखने में मदद मिलेगी. हालांकि, ये सिर्फ 1 या 2 दिन की बात नहीं बल्कि लगातार ॐ के उच्चारण से संभव है. 

3. शरीर और दिमाग को करे डीटॉक्स (Om Detoxifies Mind and Body)
ओम के उच्चारण से दिमाग और शरीर में मौजूद नेगेटिव एनर्जी को रिलीज़ करने में मदद मिलती है. ॐ के जाप से शरीर में कंपन होती है और कंपन से बॉडी में मौजूद स्ट्रेस हॉर्मोन्स नष्ट होने लगते हैं. जिससे धीरे धीरे बॉडी और माइंड की सफाई स्वतः ही हो जाती है. 

4. हार्ट बीट करे बैलेंस (Om Balances Heart rate)
ज्यादा सोचने या ज्यादा टेंशन लेने से हार्ट बीट काफी तेज हो जाती है जो हार्ट अटैक या किसी अन्य हार्ट डिजीज के खतरे को बढ़ावा देने का काम करती है. ऐसे में ओम का नियमित जाप हार्ट बीट को कंट्रोल करने में मदद करता है.  

5. ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल (Om Improves Blood Pressure)
ओम के जाप से बॉडी में मौजूद हर एक कोशिका (Cells) पर गहरा प्रभाव पड़ता है. ॐ के जाप से पैदा होने वाली कंपन ब्लड प्रेशर तक को कंट्रोल करने में बेहद बेजोड़ है. साइंटिफिक रिसर्च के मुताबिक, रोजाना 30 मिनट तक ॐ का जाप करने से बिना किसी दवाई या डॉक्टरी इलाज के आप अपना ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रख सकते हैं. 

6. मूड स्विंग की प्रॉब्लम भगाए (Om Improves Mood Swings)
ओम के जाप का सबसे ज्यादा फायदा उन लोगों को भी है जिन्हें मूड स्विंग की प्रॉब्लम है. इस मंत्र के जाप से न सिर्फ मूड स्विंग की परेशानी दूर होती है बल्कि कार्य क्षमता भी बढ़ती है. यानी कि आप अपने वर्क प्लेस पर बेहतर तौर पर अपना प्रदर्शन कर पाते हैं और अपनी स्किल्स को इम्प्रूव कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए यूज़ कर पाते हैं. 

ओम के जाप के कई अन्य स्वास्थ लाभ भी हैं:
1. थाइरॉइड प्रॉब्लम (Thyroid)- ॐ का उच्चारण करने से गले में वाइब्रेशन होता है. इससे थाइरॉइड प्रॉब्लम से बचाव होता है.

2. ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation)- जाप करने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. ब्लड में ऑक्सीजन बढ़ता है.

3. डाइजेशन (Digestion)- ॐ का उच्चारण करने से पेट में वाइब्रेशन होता है. इससे डाइजेशन बेहतर होता है.

4. एनर्जी (Energy)- ॐ का उच्चारण करने से ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है. ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है. इससे एनर्जी बढ़ती है.

5. हेल्दी लंग्स (Lungs)- ॐ का उच्चारण लंग्स की कैपिसिटी बढ़ाता है. बॉडी को ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है.

6. स्ट्रांग स्पाइन (Spine)- जाप से स्पाइनल कार्ड में भी वाइब्रेशन होता है. इससे रीढ़ की हड्डी स्ट्रांग होती है.

ॐ का जाप करने का सही तरीका:
शुरुआत में आप 108 बार से शुरू कर सकते हैं और धीरे-धीरे इसे 200-300 तक बढ़ा सकते हैं. महीने में एक बार 1008 बार जाप भी कर सकते हैं. ॐ का जाप करने का अच्छा समय सुबह 6, दोपहर 12 बजे और शाम 6 बजे है, इसे संध्या काल या शुभ समय के रूप में जाना जाता है.

इसके अलावा आप जितनी बार चाहें उतनी बार ॐ का जाप कर सकते हैं और अपनी सुविधा के अनुसार जब भी चाहें तब कर सकते हैं. लेकिन अगर आप किसी पूजा या किसी संकल्प के तहत कर रहे हैं तो इसे नियम के साथ ही करें. 

mood swings blood pressure signficance of om in hinduism Om chanting om benefits chanting om health benefits significance of om how to do om chanting chanting om niyam meditation through om importance of om in meditation how to pronounce om correctly hear
Advertisment
Advertisment
Advertisment