Shubh or Ashubh : भारत आस्थाओं और मान्यताओं वाला देश है. ऐसे में हम अपनी कल्चर और परंपराओं का निर्वहन करते हैं. रीति रिवाजों के तौर पर बनाए गए नियमों का अनुपालन हम शुभ करने के लिए करते हैं. ऐसे में कुछ चीजों को हिंदू धर्म में अपशगुन के तौर पर भी देखा जाता है. जैसे कि किसी का छींकना, बिल्ली का रास्ता काटना, दूध का उबल कर बाहर आजाना और किसो को घर से बाहर जाते हुए टोकना आदि. इस बीच आपने शीशा टूटने के अपशगुन के बारे में भी काफी सुना होगा. कुछ लोग घर में शीशा टूटने को अच्छा नहीं मानते और इसके एक अपशगुन के तौर पर देखते हैं. शीशे का टूटना अपशगुन की परंपरा और कुछ लोगों के अनुसार धार्मिक दृष्टिकोण से जुड़ा हो सकता है. हालांकि, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है और यह एक सामान्य धार्मिक मान्यता या अभिवादन का हिस्सा है. इसे एक शुभ और अशुभ की दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए.
यदि शीशे का टूटना घर में आपके लिए एक समस्या बन रहा है, तो आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:
सुरक्षा का ध्यान रखें:
टूटे हुए शीशे से चोट लग सकती है, इसलिए सुरक्षा के लिए सुनिश्चित करें कि आप और आपके परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित हैं.
टूटे हुए शीशे को सावधानीपूर्वक साफ करें:
टूटे हुए शीशे को सावधानीपूर्वक साफ करें ताकि छोटे टुकड़ों का खतरा कम हो और आपके लिए और सभी के लिए सुरक्षित रहे.
नए शीशे लगाएं:
यदि आपको ऐसा अभिवादन या मान्यता का असर आता है, तो आप नए शीशे लगा सकते हैं.
इन बातों का रखे ध्यान:
कुछ लोग एक शुभ कार्रवाई करते हैं जैसे कि किसी पंजीकृत स्थान पर नए शीशे खरीदना या पुराने टूटे हुए शीशे को एक सुरक्षित स्थान पर दफन करना, यदि यह उनके धार्मिक अनुसार होता है. यह ध्यान देने योग्य है कि शीशे का टूटना एक सामान्य घटना है और इसे अधिक छोटे और सुरक्षित टुकड़ों में बाँटने का प्रयास करें.
Source : News Nation Bureau