Dhanteras 2022: दीपवली (Deepawali 2022) से एक दिन पहले यानि 23 अक्टूबर (Dhanteras 2022 Date) को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष पर धनतेरस मनाया जाएगा. इसी दिन शनि प्रदोष और हनुमान जयंती का व्रत भी रखा जाएगा. ऐसा 27 साल में पहली बार हो रहा है जब दोनों व्रत एक साथ रखे जाएंगे. धनतेरस पर ऐसा संयोग बनना बहुत ही खास है. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इसी दिन वैघ भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन करके अमृत के साथ प्रकट हुए थे. भगवान धन्वंतरि के साथ इस दिन लक्ष्मी इंद्र और कुबेर भी प्रकट हुए थे.
इस संयोग की वजह से ही इस साल धनतेरस का पर्व बेहद खास बताया जा रहा है. शनि की साढ़े साती और ढ़ैया वालों के लिए शनि प्रगोष होने के कारण धनतेरस का पर्व शुभ माना जा रहा है. अलग अलग राशि वाले लोगों के लिए धनतेरस का पर्व बहुत शुभ है. सभी के लिए धनतेरस इस साल फायदेमंद है.
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कब करें धनतेरस की पूजा ?
धनतेरस के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 5:35 से रात 8:45 बजे के बीच उचित रहेगा. इस समय पूजा करने से महालक्ष्मी की कृपा मिलेगी. घर में किसी चांदी के बर्तन लाने को धनतेरस के दिन शुभ माना जाता है.
Source : News Nation Bureau