Surya Dev Mantra: सूर्य देव हिन्दू धर्म में एक प्रमुख देवता है. वे सूर्यमंडल के आध्यात्मिक स्वामी माने जाते हैं और हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. सूर्य देव को सृष्टि के प्रमुख उत्पत्ति कर्ता माना जाता है, जो जीवन को प्रकाश, ऊर्जा, और जीवन की शक्ति से भर देते हैं. उन्हें सर्वोच्च देवता के रूप में पूजा जाता है और उनकी आराधना का अद्भुत महत्व है. वे सभी प्राणियों को जीवन देते हैं और सभी को अपने शीघ्रता के साथ गतिमान रखते हैं. सूर्य देव की आराधना मनुष्य के जीवन को सफलता, सुख, और समृद्धि से भर देती है. इसलिए, हम सूर्य देव को अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं और उनकी पूजा-अर्चना का महत्व समझते हैं. सूर्य को हिन्दू धर्म में सर्वोच्च देवता माना जाता है और उनके मंत्रों का अत्यधिक महत्व है. सूर्य के मंत्र का जाप करने से हमें आत्मविश्वास, ऊर्जा, और शांति मिलती है.
सूर्य देव के मंत्र
ॐ ह्रीं ग्रीं सूर्याय नमः (Om Hreem Ghrim Suryaya Namah): इस मंत्र का जाप करने से सूर्य ग्रह की शुभ दशा मिलती है और धन, स्वास्थ्य, और समृद्धि में वृद्धि होती है.
आदित्य हृदयं पुण्यं सर्व शत्रु विनाशनं (Aditya Hridayam Punyam Sarva Shatru Vinashanam): इस मंत्र का पाठ करने से रोग, संकट, और दुःखों से मुक्ति मिलती है और संतान की प्राप्ति होती है.
ॐ घृणि सूर्याय नमः (Om Ghriṇi Suryaya Namah): इस मंत्र का जाप करने से सूर्य ग्रह के अशुभ प्रभावों से रक्षा मिलती है और जीवन में समृद्धि और सफलता मिलती है.
ॐ श्रीं ह्रीं सूर्याय नमः (Om Shreem Hreem Suryaya Namah): इस मंत्र का उच्चारण करने से धन की प्राप्ति होती है और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है.
आदित्या हृदय स्तोत्र (Aditya Hridaya Stotra): यह मंत्र सूर्य की प्रार्थना के लिए है और इसका पाठ करने से सूर्य की कृपा मिलती है और रोगों का नाश होता है.
ॐ अर्काय नमः (Om Arkaya Namah): इस मंत्र का उच्चारण करने से सूर्य के अशुभ प्रभावों को दूर किया जा सकता है और समृद्धि मिलती है.
ह्रीं सूर्याय नमः (Hreem Suryaya Namah): इस मंत्र का जाप करने से ध्यान, धारणा, और ऊर्जा मिलती है और समस्याओं का समाधान होता है.
आदित्या नमस्तुभ्यं प्रसिद मारुति श्रीमते नमः (Aditya Namastubhyam Prasid Maruti Shreemate Namah): इस मंत्र का पाठ करने से सूर्य की कृपा मिलती है और सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान होता है.
आदित्य हृदयं स्तोत्र (Aditya Hridaya Stotra): इस मंत्र का पाठ करने से सूर्य की कृपा मिलती है और धन, स्वास्थ्य, और समृद्धि में वृद्धि होती है.
ॐ अदित्याय विद्महे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् (Om Adityaya Vidmahe Divakaraya Dhimahi Tanno Suryah Prachodayat): इस मंत्र का उच्चारण करने से ध्यान, धारणा, और ऊर्जा मिलती है और समस्याओं का समाधान होता है.
सूर्य के मंत्रों का जाप करने से हमें आत्मविश्वास, ऊर्जा, और समृद्धि मिलती है. इन मंत्रों का नियमित उच्चारण करने से धन, स्वास्थ्य, और समृद्धि में वृद्धि होती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau