5 Famous Temples of South India: दक्षिण भारत भारतीय उपमहाद्वीप का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो दक्षिणी भारतीय राज्यों से मिलता-जुलता है. यह क्षेत्र विविधता से भरा हुआ है, जिसमें प्राचीन संस्कृति, विविध भाषाएं, सांस्कृतिक धरोहर और अद्वितीय समुद्र तट शामिल हैं. दक्षिण भारत के प्रमुख राज्य तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पुदुचेरी हैं. यहां के संस्कृति, कला, साहित्य और खानपान का विशिष्ट स्वाद है, जो इस क्षेत्र को एक विशेष पहचान देता है. दक्षिण भारत में विभिन्न धर्मों के प्रमुख मंदिर, गिरिजाघर, मस्जिद और गुरुद्वारे स्थित हैं, जो यहां के धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं. इस क्षेत्र के वन्यजीवन, पर्यटन स्थल, तीर्थ स्थल और प्राचीन किले भी इसे प्रसिद्ध बनाते हैं. दक्षिण भारत की सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक समृद्धि का अनुभव करने के लिए यहां अनेक पर्यटन स्थल हैं.
दक्षिण भारत के 5 प्रसिद्ध मंदिर
विरुपाक्षी श्री अंबा तेंपल, कन्याकुमारी, तमिलनाडु:
इतिहास और महत्व: यह मंदिर कन्याकुमारी में स्थित है और मां देवी को समर्पित है. यहां के मंदिर में सुंदर सिंधूर विमान का अवलोकन करने के लिए जाना जाता है. यहां के पूजारियों का मानना है कि यहां पर सूर्य और चंद्रमा समान समय पर अद्वितीय दर्शन होते हैं. यह मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और इसका इतिहास बहुत प्राचीन है. यहां के मंदिर की शैली और स्थापत्यकला काफी अद्भुत है. मंदिर के प्रांगण में विराजमान मां अंबा की मूर्ति को भक्तजन विशेष पूजा करते हैं. इस मंदिर में अनेक धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होते हैं जो भक्तों को आकर्षित करते हैं. विरुपाक्षी श्री अंबा तेंपल एक शांतिपूर्ण और पवित्र स्थल है, जो आध्यात्मिकता के प्रति विश्वासी और आराधकों के लिए महत्वपूर्ण है.
रामनाथस्वामी मंदिर, रामेश्वरम, तमिलनाडु:
इतिहास और महत्व: यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह भारतीय धर्म के पवित्र स्थलों में से एक है. यहाम पर नौ तीर्थक्षेत्रों का उल्लेख किया गया है, जिनमें सेतुबंधन, अग्नितीर्थम, राम तीर्थम, गणेश तीर्थम, कोटिरुद्र तीर्थम, वामन तीर्थम, शक्र तीर्थम, वायु तीर्थम, और अश्वमेध तीर्थम शामिल हैं. यह मंदिर तमिलनाडु के रामेश्वरम द्वीप पर स्थित है और भगवान शिव को समर्पित है. इसके इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है, और यह शिव भक्तों के लिए पवित्र स्थल है.
पट्टाबिराम मंदिर, चेन्नई:
ये मंदिर तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित है और यह भगवान विष्णु को समर्पित है. इसका धार्मिक महत्व और शिल्पकला का उल्लेख है. पट्टाबिराम मंदिर चेन्नई, तमिलनाडु में स्थित है और यह भगवान विष्णु को समर्पित है. यह मंदिर चेन्नई का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और इसकी शैली और स्थापत्यकला का विशेष महत्व है. मंदिर के अंदर विशालकाय महालक्ष्मी देवी की मूर्ति स्थापित है, और यहां के भक्तजन उनकी पूजा-अर्चना करते हैं. पट्टाबिराम मंदिर का प्रांगण सुंदर और शांतिपूर्ण है और यहां भक्तों का ध्यान और आध्यात्मिक अनुभव करने के लिए उत्तेजित करता है. मंदिर में नियमित धार्मिक आयोजन होते हैं जो भक्तों को आध्यात्मिक और मानसिक शांति प्रदान करते हैं. चेन्नई के पट्टाबिराम मंदिर ने अपनी विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्वपूर्णता से अपनी पहचान बनाई है और यहां के श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक उत्थान का मार्ग प्रदान करता है.
गुरुवायूर श्रीकृष्ण मंदिर, केरला:
केरल के गुरुवायूर में स्थित यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है और यह भारतीय साहित्य और संस्कृति का महत्वपूर्ण केंद्र है. यह मंदिर केरल का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और यहां के मंदिर की सुंदर विशेषता और भक्ति का वातावरण बहुत प्रसिद्ध है. मंदिर के गोपुरम उच्च और आकर्षक हैं और मंदिर के आस-पास के क्षेत्र में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन होता है. गुरुवायूर श्रीकृष्ण मंदिर के प्रांगण में भक्तजन भगवान कृष्ण की मूर्ति की पूजा और आराधना करते हैं. यहां के मंदिर में आयोजित भगवद गीता गान, कथा वाचन, और भजन सत्र भक्तों को धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व की अनुभूति प्रदान करते हैं. गुरुवायूर श्रीकृष्ण मंदिर केरल की सांस्कृतिक विरासत में महत्वपूर्ण स्थान रखता है और यहां के भक्तों की आस्था और श्रद्धा को साकार करता है.
ब्रहदीश्वर मंदिर, तिरुचिराप्पल्ली:
तमिलनाडु के तिरुचिराप्पल्ली में स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसका धार्मिक महत्व अत्यधिक है. ब्रहदीश्वर मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था और इसका निर्माण कार्य 5 वर्षों तक चला। यह मंदिर अपनी भव्यता, विशालकाय स्थापत्यकला, और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है. मंदिर के अंदर अद्वितीय धार्मिक चिन्हों और मूर्तियों की विशेषता है जो भक्तों को आकर्षित करती है. इसके अलावा, ब्रहदीश्वर मंदिर के उत्तर-पश्चिम में स्थित राजराजेश्वरी कोयिल, जो मां राजराजेश्वरी को समर्पित है, भी प्रसिद्ध है. यह मंदिर भी भगवान शिव को समर्पित है और इसका भी विशेष महत्व है. ब्रहदीश्वर मंदिर और राजराजेश्वरी कोयिल दोनों ही तमिलनाडु के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं और यहां के भक्तजन नियमित रूप से धार्मिक आयोजनों में भाग लेते हैं. इन मंदिरों के प्रांगण में विशालकाय महाप्रसाद की विशेषता भी है, जो भक्तों के बीच अत्यंत लोकप्रिय है. इन सभी विशेषताओं के साथ, ब्रहदीश्वर मंदिर और राजराजेश्वरी कोयिल तमिलनाडु की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण अंग हैं.
Source : News Nation Bureau