Samudra Shastra: "समुद्रशास्त्र" एक पुरातन भारतीय ज्योतिष शास्त्र है जिसमें किसी व्यक्ति के आंखों के रंग को उनके व्यक्तिगतता और स्वभाव के साथ जोड़कर विश्लेषण किया जाता था. समुद्र शास्त्र के अनुसार आप आंखों के रंग से किसी के भी बारे में काफी कुछ जान सकते हैं. आंखों ही आंखों में इशारा हो गया या आँखों से बड़ी कोई तराज़ू नहीं होती इस तरह की कई कहावते हैं और ये ऐसे ही नहीं बनीं. अंखियों के झरोखों से..... आप क्या देख सकते हैं या किसी के बारे में क्या जान सकते हैं इस बारे में हम आपको बता रहा हैं. आपने नोटिस किया होगा कि कुछ लोगों की आंखों का रंग नीला होता है तो कुछ लोगों की आंखें काले रंग या भूरे रंग या फिर हरे रंग इसी तरह की होती है. अब आंखों के रंग की ये विशेषता किसी के बारे में क्या बताती है आइए जानते हैं.
आंखों के रंग और स्वभाव
आसमानी रंग (Blue Eyes): ऐसा माना जाता है कि नीले रंग की आंखें अनुभवशीलता, उत्साह, रोमांचकर और अकेलापन आसानी से बयां कर देती हैं. इस रंग के लोग क्रियाशील होते हैं और सब काम जल्द करने में निपुण माने जाते हैं.
हरा रंग (Green Eyes): इस रंग के लोग साहसी, बहादुर और स्वतंत्र आत्मविश्वास वाले होते हैं. वे सामाजिक और मनोरंजन क्षेत्र में अकेले भी अच्छे प्रदर्शन करते हैं. लेकिन आपको इस रंग की आंख के लोग कम मिलेंगे.
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काले रंग (Black Eyes): अगर आपकी आंख की पुतली का रंग काला है तो आप उत्तम बुद्धिमत्ता, गहराई से सोचने की क्षमता और साहित्यिक रुचि की सूचना रखने वाले व्यक्ति हो सकते हैं. काले रंग की आंखों वाले व्यक्ति शांत, अनुशासित और अनुपम बुद्धिमत्ता के साथ प्रकट होते हैं.
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ग्रे रंग (Grey Eyes): इस रंग के लोग कल्पनाशील, विचारशील और उत्तरदायित्वपूर्ण होते हैं. वे विज्ञान, तंत्रज्ञान और रहस्यमय चीजों में रुचि रखते हैं.
भूरा रंग (Brown Eyes): भूरी आंखों वाले लोग बड़े चंचल , रोमांटिक और सौंदर्य सम्पन्न होते हैं. भूरी आंखों वाले लोग बड़े भावुक और कोमल स्वभाव के होते हैं , पर इनका वाणी पर नियंत्रण नहीं होता. भूरी आंखों वालो को जिन्दगी में धन और सम्पन्नता मिल ही जाती है.
वैसे आपको बता दें कि "समुद्रशास्त्र" का पुरातन ज्योतिष शास्त्र के साथ कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, यह रंगों का व्यक्तिगत स्वभाव और व्यक्तित्व के साथ केवल एक पारंपरिक विश्लेषण है और आधुनिक ज्योतिष विज्ञान इसे पूरी तरह से समर्थन नहीं करता है.