Vastu Tips : घड़ी और कैलेंडर को भूल से भी इस दिशा में नहीं लगाना चाहिए. यह अशुभ परिस्थिति निर्माण करते हैं. घड़ी और कैलेंडर के लिए वास्तुशास्त्र में महत्वपूर्ण दिशा का निर्धारण किया गया है. वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के अंदर मौजूद प्रत्येक वस्तु में पॉज़िटिव एण्ड नेगेटिव दोनों प्रकार की एनर्जी होती है अगर उन्हें सही स्थान अथवा सही डायरेक्शन में न रखा जाए. तो ये चीजें नेगेटिव एनर्जी फैलाती है. वही अगर आप इन वस्तुओं को सही स्थान और सही दिशा में रखते हैं तो यह पाजिटिविटी से घर को भर देती है, जिससे घर के सदस्यों की उन्नति होती है और सुख समृद्धि बढ़ती है और आज का साइंस भी इस बात को मानता है कि घर में मौजूद हर एक वस्तु ऊर्जा तरंगे छोड़ती है जिनका प्रभाव मनुष्य के जीवन पर पड़ता है. ऐसी ही कुछ वस्तुएं हैं जिनका हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्त्व होता है. यह वस्तुएं हमें समय का बोध कराती है. इन वस्तुओं की सहायता से हम शुभ और अशुभ समय को जान सकते हैं. यह हमारे अच्छे और बुरे समय का लेखा जोखा भी रखती है. वह वस्तुएं हैं घड़ी और कैलेंडर.
घड़ी और कैलेंडर से जुड़े महत्वपूर्ण वास्तु नियम
घड़ी का आकार
वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर घड़ी का आकार गोल अथवा अंडाकार हो तो सबसे उत्तम होता है. वास्तुशास्त्र में नुकीली और धारदार कोने वाली चीजों को नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है. इसलिए घड़ी कभी भी चौकौर अथवा आयताकार की नहीं होनी चाहिए. गोल अथवा अंडाकार घड़ी ही सर्वोत्तम होती है अथवा आप अन्य आकार की घड़ी भी लगा सकते हैं जिसमें नुकीले कोण न हो.
घड़ी में देवी देवताओं की तस्वीरें न हो
आज कल देखा जा सकता है कि बाजार में कई सारे प्रकार की घड़ियां मौजूद हैं जिनके अंदर भगवान की तस्वीरें लगी हुई होती हैं. ध्यान रहे ऐसी घड़ी भूल से भी न खरीदे जिसमें भगवान की तस्वीर लगी हुई हो क्योंकि भगवान की तस्वीर की पूजा आराधना की जाती है. तस्वीरों पर माला अथवा हार चढ़ाया जाता है. धूप, अगरबत्ती लगाई जाती है किन्तु अगर घड़ी में भगवान की तस्वीर हो तो हम यह सभी कार्य नहीं कर सकते हैं. कई दिनों तक घड़ी पर धूल लगी रहती है, इससे भगवान का अपमान होता है.
बंद घड़ी
घर में न हो वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके घर की दीवारों पर लगी हुई घड़ी कभी बंद नहीं पड़नी चाहिए. बंद घड़ी को कभी दीवार पर नहीं रखना चाहिए. इसका अशुभ परिणाम प्राप्त होता है. घड़ी सदैव ही सही समय पर रखनी चाहिए. आप चाहे तो समय को थोड़ा आगे रख सकते हैं, लेकिन समय को कभी पीछे नहीं रह. वास्तु नियमों के अनुसार बंद घड़ी दुर्भाग्य लेकर आती है. जो घड़ी समय से पीछे चलती है उस घर में रहने वाले लोग हर कार्य में सदा ही पीछे ही रहते हैं. उनका विकास नहीं हो पाता है. इसलिए घर में घड़ी लगाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें.
घड़ी की सही दिशा
वास्तुशास्त्र के अनुसार घड़ी को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए. दक्षिण दिशा मृत्यु की दिशा मानी जाती है. इस दिशा की दीवार पर घड़ी लगाने से अपयश मिलता है. दक्षिण दिशा की तरफ घड़ी लगाने से घड़ी का समय देखते समय मनुष्य का मुख दक्षिण तरफ रहता है, जिसे अशुभ माना जाता है. दक्षिण ठहराव की दिशा होती है इसलिए यहाँ समय सूचक वस्तुओं को नहीं रखा जाता. इससे घर के सदस्यों की तरक्की के अवसर रुकते हैं और घर के मुखिया के स्वास्थ्य पर बुरा असर भी पड़ता है. घड़ी को हमेशा ही पूर्व अथवा उत्तर दिशा की दीवार पर लगाना चाहिए. यह बात भी ध्यान में रखें कि घड़ी को कभी भी मुख्य द्वार के दरवाजे के ऊपर अथवा पीछे न लगाएं. इससे समय का अशुभ प्रभाव आपकी दिनचर्या पर पड़ता
कैलेंडर की दिशा
घड़ी समय को दर्शाती है, वहीं कैलेंडर हमें शुभअशुभ तिथियों से अवगत कराता है. इसलिए कैलेंडर लगाने के लिए शुभ दिशा का ही चयन करना चाहिए. कैलेंडर के लिए वास्तुशास्त्र में पूर्व अथवा उत्तर दिशा ही उत्तम मानी गई है. पूर्व दिशा में कैलेंडर लगाने से मनुष्य की प्रगति होती है. इस दिशा में उगते सूरज की तस्वीरों वाला कैलेंडर लगाएं जो लाल या गुलाबी रंग का हो. इसके बहुत ही शुभ परिणाम प्राप्त होंगे. उत्तर दिशा में नदी, समुद्र, झरने आदि की तस्वीरों वाला कैलेंडर लगाना चाहिए, जिसमें हरे और सफेद रंग का इस्तेमाल अधिक किया गया हो. पर इस बात का ध्यान रखें कि कैलेंडर हिंसक जानवरों और दुखी चेहरों की तस्वीरों वाला न हो, क्योंकि इस प्रकार की तस्वीरें घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार करती हैं. कभी भी नए कैलेंडर को पुराने कैलेंडर के ऊपर नहीं लगाएं. ऐसा करने से घर में नकारात्मकता का संचार होता है
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau