Vastu Shastra Niyam: वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय वास्तुकला शास्त्र है जो घरों और इमारतों के निर्माण में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने और नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने के सिद्धांतों पर आधारित है. इसीलिए, वास्तु शास्त्र के अनुसार, दूसरों के घर से चीजें लाने से कई बार दोष लग सकता है. हर व्यक्ति और वस्तु के साथ एक निश्चित प्रकार की ऊर्जा जुड़ी होती है. जब हम किसी अन्य व्यक्ति के घर से कोई चीज लाते हैं, तो उस वस्तु के साथ जुड़ी हुई ऊर्जा भी हमारे घर में आ जाती है. अगर यह ऊर्जा हमारी घर की मौजूदा ऊर्जा से मेल नहीं खाती है तो इससे नकारात्मक प्रभाव घर पर पड़ते हैं.
दूसरे की चप्पल लाने से आती है कंगाली
हर वस्तु के साथ एक निश्चित प्रकार की ऊर्जा जुड़ी होती है. जब हम किसी अन्य व्यक्ति की चप्पल लेते हैं, तो उस वस्तु पर उस व्यक्ति की ऊर्जा का प्रभाव रहता है, जो हमारे लिए हानिकारक हो सकता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, दूसरों के घर से चप्पल लाना शुभ नहीं माना जाता है. इसका कारण यह है कि चप्पल हमारे पैरों में धूल-मिट्टी और नकारात्मक ऊर्जा को जमा कर लेती है. जब हम किसी अन्य व्यक्ति की चप्पल अपने घर लाते हैं, तो यह नकारात्मक ऊर्जा हमारे घर में प्रवेश कर सकती है और कई तरह की समस्याओं को उत्पन्न कर सकती है. ये भी कहा जाता है कि इससे शनिदोष लगता है. कभी-कभी, चप्पल में अशुभ शक्तियां भी संचारित हो सकती हैं, जो हमारे घर में कलह, बीमारी और आर्थिक समस्याएं पैदा कर सकती हैं.
दूसरे के घर से छाता भी नहीं लाना चाहिए
वास्तु शास्त्र और ज्योतिष दोनों ही इस बात पर जोर देते हैं कि दूसरों के घर से छाता लाना शुभ नहीं माना जाता. ऐसा कहा जाता है कि अगर आप दूसरे के घर का छाता अपने घर पर लाते हैं तो आप कंगाली को आमंत्रण देते हैं. इससे ग्रहों की स्थिति बिगड़नी शुरू हो जाती है और आपकी आर्थिक स्थिति देखते ही देखते खराब हो जाती है.
इसके अलावा, दूसरों के घर में इस्तेमाल होने वाली वस्तुएं, जैसे कि कपड़े, बर्तन, या फर्नीचर, लाने से बचना चाहिए. अगर आपको किसी से कोई उपहार मिला है, तो उसे घर में लाने से पहले उसे अच्छी तरह से साफ कर लें. पुराने घरों से लाई गई वस्तुओं में नकारात्मक ऊर्जा होने की संभावना अधिक होती है. जितना हो सके, नई वस्तुएं खरीदें.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, किसी वस्तु का स्वामित्व बदलने से उस वस्तु की ऊर्जा भी बदल जाती है. जब हम किसी और की चीज लेते हैं, तो उस वस्तु पर उस व्यक्ति की ऊर्जा का प्रभाव रहता है, जो हमारे लिए हानिकारक हो सकता है. हर वस्तु में कुछ संस्कार और भावनाएं होती हैं. जब हम किसी चीज को किसी अन्य व्यक्ति से लेते हैं, तो उस वस्तु के साथ जुड़े हुए संस्कार और भावनाएं भी हमारे जीवन में आ सकती हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)