Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, खरगोश को घर में पालना शुभ माना जाता है. खरगोश को लालकिताब के अनुसार 'चंदा' के रूप में भी जाना जाता है, जो कि धन का प्रतीक होता है. इसके अलावा, खरगोश को शांति, समृद्धि, और सुख के संकेत के रूप में भी देखा जाता है. वास्तु शास्त्र में कहा जाता है कि खरगोश को घर के अंदर रखने से घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार के सदस्यों के बीच सौहार्द और प्रेम बढ़ता है. इसलिए, खरगोश को घर में पालना वास्तुशास्त्र के दृष्टिकोण से शुभ माना जाता है.
खरगोश पालने के कुछ शुभ प्रभाव:
नकारात्मक ऊर्जा का नाश: खरगोश घर में नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाते हैं.
धन और समृद्धि: खरगोश को माता लक्ष्मी का प्रिय माना जाता है. घर में खरगोश पालने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है.
शिक्षा और ज्ञान: खरगोश को माँ सरस्वती का प्रिय भी माना जाता है. घर में खरगोश पालने से शिक्षा और ज्ञान में वृद्धि होती है.
सकारात्मक वातावरण: खरगोश घर में सकारात्मक वातावरण बनाते हैं और घर के सदस्यों के बीच प्रेम और स्नेह बढ़ाते हैं.
मानसिक शांति: खरगोश को शांत और मिलनसार जानवर माना जाता है. घर में खरगोश पालने से मानसिक शांति मिलती है.
खरगोश पालते समय कुछ बातों का ध्यान रखना:
खरगोश का रंग: सफेद, भूरा और काला रंग शुभ माना जाता है.
खरगोश की संख्या: एक या दो खरगोश पालना शुभ होता है.
खरगोश का लिंग: नर खरगोश पालना शुभ माना जाता है.
खरगोश का स्वास्थ्य: खरगोश स्वस्थ और साफ-सुथरा होना चाहिए.
खरगोश का स्थान: खरगोश को घर के दक्षिण-पूर्व या पूर्व दिशा में रखना शुभ होता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में खरगोश पालना शुभ होता है. खरगोश घर में सकारात्मक ऊर्जा, धन, समृद्धि, शिक्षा, ज्ञान और मानसिक शांति लाते हैं.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
यह भी पढ़ें:Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
Source : News Nation Bureau