Kalashtami 2023: आज मंगलवार के दिन अधिकमास की कालाष्टमी है. हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन के महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का त्योहार मनाया जाता है. आज भगवान शिव के अवतार काल भैरव की पूजा करने से ना सिर्फ आपके जीवन की सारी नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है बल्कि मान्यता है कि आज कुछ उपाय करके बुरी शक्तियों के साय से भी छुटकारा मिलता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन भगवान शिव ने बुरी शक्तियों का नाश करने के लिए भैरव रूपी रौद्र रूप धारण किया था. सावन के इस पवित्र महीने में आज भगवान शिव के साथ-साथ काल भैरव की पूजा करने से आपके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. तो आइए जानते हैं कि कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त क्या है और इस दिन आपको क्या उपाय करने हैं.
कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त
अष्टमी तिथि की शुरुआत - 8 अगस्त सुबह 04 बजकर 14 मिनट से शुरू
अष्टमी तिथि का समापन 9 अगस्त सुबह 3 बजकर 52 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग की शुरुआत - रात 1 बजकर 32 से सुबह 05 बजकर 47 मिनट तक
नकारात्मक ऊर्जा दूर करने वाले काल भैरव के उपाय
1) किसी भी संडे या फ्राईडे के दिन आप 11-11 गुलाब, चंदन और गुगल के खूशबू वाली कुल 33 अगरबत्तियां भैरव मंदिर में जाकर जलाएं. जीवन की नेगेटेविटी दूर हो जाएगी.
2) अगर बुरी नज़र का दोष है तो बृहस्पतिवार के दिन किसी भी भैरव मंदिर में जाकर 5 नींबू चढ़ाकर आएं. इससे आपके ऊपर या जिस पर भी बुरी नज़र लगी है वो दूर होती है.
3) गुरुवार के दिन किसी भी कुत्ते को गुड़ खिलाने से भैरवदेव की विशेष कृपा मिलती है.
4) शनिवार की रात को सरसों के तेल में उड़द की दाल के पकौड़े बनाकर रातभर ढककर रखें और अगले दिन सुबह 6-7 बजे बिना कुछ बोले रास्ते में जो भी पहला कुत्ता मिले उसे ये खिला दें. ध्यान रखें कि पीछे पलटकर ना देखें ऐसा करने से बुरी शक्तियों का साया दूर होता है.
5) एक रोटी बनाएं और उस पर सरसों का तेल अपनी मध्यमा उंगली से लाइन खींचते हुए बीचोंबीच लगाएं. ये उपाय किसी भी बुधवार, गुरुवार या रविवार को करना है. ऐसा माना जाता है कि अगर कुत्ता रोटी खा ले तो आपके कष्ट दूर हो जाते हैं और अगर सूंघ कर चला जाए तो आप ये उपाय हफ्ते के इन्हीं दिनों में जारी रखें जब तक कुत्ता रोटी ना खा लें.
ध्यान रखें कि 2 रंग वाले कुत्ते को ही ये रोटी खिलानी है.
कालभैरव मंत्र (Kalashtami Mantra)
ॐ भ्रां कालभैरवाय फट्
ॐ भयहरणं च भैरव:
ॐ कालभैरवाय नम:
ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरू कुरू बटुकाय ह्रीं
ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम:
तो भैरव बाबा की कृपा पाने के लिए और अपने जीवन के सारे कष्ट मिटाने के लिए आप ये उपाय सावन के महीने से ही शुरु कर सकते हैं. वैसे आज कालाष्टमी का खास दिन है तो आप किसी भी भैरव मंदिर जाकर माथा जरुर टेकें.
Source : News Nation Bureau