Religion in India: भारत के इतिहास के पन्नों को पलटें तो ये सदियों पुराना है. सनातन धर्म तेजी से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध होता जा रहा है. पुरातात्विक और ऐतिहासिक साक्ष्यों के आधार पर ये माना जाता है कि हिंदू धर्म का उदय सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान हुआ. विज्ञान के आधार पर भी यह माना गया कि हिंदू धर्म सबसे पुराना धर्म है. हिंदू धर्म के बाद भारत में अन्य धार्मिक परंपराओं का विकास हुआ. भारत में सबसे पहले कौन सा धर्म अस्तित्व में था यह निश्चित रूप से कहना कठिन है. साक्ष्यों और पुरातात्विक खोजों के अनुसार हिंदू धर्म को सबसे पुराना माना गया है. इसके बाद जैन और बौद्ध धर्म का विकास हुआ. यह तीनों धर्म आज भी भारत की सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा हैं और इसके समाज, दर्शन और परंपराओं में गहराई से जुड़े हुए हैं.
जैन धर्म का उदय कब हुआ
जैन धर्म की स्थापना महावीर स्वामी ने 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में की थी. जैन धर्म (Jainism) का मुख्य उद्देश्य अहिंसा और सत्य पर आधारित है. जैन धर्म का कहना है कि जीवन का हर तत्व, चाहे वह जड़ हो या चेतन वे पवित्र है और किसी भी प्रकार की हिंसा का त्याग करना चाहिए.
बौद्ध धर्म का उदय कब हुआ
इसी समय में लगभग 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में, सिद्धार्थ गौतम ने बौद्ध धर्म की स्थापना की. बौद्ध धर्म (Buddhism) के सिद्धांत चार आर्य सत्य और अष्टांग मार्ग पर आधारित हैं, जो व्यक्ति को दुखों से मुक्ति पाने का मार्ग दिखाते हैं. भारत में बौद्ध धर्म का प्रभाव तेजी से बढ़ा और यह धर्म भारत के बाहर भी फैल गया.
भारत में सबसे पहले लोग प्रमुख रूप से प्रकृति की पूजा करते थे. आदिकाल में लोग प्राकृतिक तत्वों, जैसे कि सूर्य, अग्नि, वायु, और जल की पूजा करते थे. प्राचीन सभ्यताओं में यह मान्यता थी कि प्राकृतिक शक्तियों में देवताओं का वास है और इनकी पूजा से उन्हें शक्ति और संरक्षण प्राप्त होता है. भारत की धार्मिक विविधता विश्वभर में प्रेरणा का स्रोत है. इन प्राचीन धर्मों (Hinduism) की शिक्षाएं आज भी लाखों लोगों को मार्गदर्शन प्रदान करती हैं और भारतीय संस्कृति को समृद्ध बनाती हैं. भारत की यह धार्मिक धरोहर यह दर्शाती है कि प्राचीन काल से ही भारतीय समाज विविधता में एकता और सहिष्णुता का प्रतीक रहा है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)