जम्मू-कश्मीर में सालाना होने वाली अमरनाथ यात्रा शुरू हो चुकी है। बुधवार सुबह श्रद्धालुओं का पहला जत्था इस पवित्र यात्रा के लिए रवाना हुआ। इस दौरान जम्मू -कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने जम्मू बेस शिविर से यात्रियों के बैच को करीब सुबह साढ़े चार बजे झंडी दिखाई। अमरनाथ की पवित्र गुफा दक्षिणी कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है, जो जम्मू से 200 किलोमीटर की दूरी पर है।
इस यात्रा के लिए इस साल 2.30 लाख यात्रियों ने पंजीकरण कराया है। जम्मू से रवाना हुए पहले जत्थे में दो हज़ार से अधिक श्रद्धालु शामिल थे। बाबा बर्फानी के पहले दर्शन 29 जून को होंगे। राज्यपाल एनएन वोहरा, अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ उमंग नरूला व अन्य अधिकारी पहले दिन पवित्र गुफा के दर्शन करेंगे।
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कश्मीर में मौजूदा हालात को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किये गए है। पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान के अनुसार आतंकवादी संगठनो द्वारा हमले की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता। यात्रा के दौरान आतंकी हमले और प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पुलिस,सेना,बीएसएफ और सीआरपीएफ के जवानो को मिलकर 35,000 से 40,000 सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।
बालटाल और पहलगाम मार्गो पर कण्ट्रोल रूम स्थापित किये गए हैं। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बने शिविरों की चारों ओर से कंटीले तारों से घेराबंदी की गयी है। सीआरपीएफ के स्पेशल डीजी एसएन श्रीवास्तव ने दावा किया है क़ि हर श्रद्धालु मार्ग पर खुद को सुरक्षित महसूस करेगा।
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Source : News Nation Bureau