Kharmas 2024: हिंदू पंचांग में खरमास का महीना चैत्र और वैशाख मास के बीच के समय में आता है. इस महीने के दौरान धार्मिक कार्यों और शुभ कार्यों की कुछ मान्यताएं होती हैं, जैसे कि शादी, गृह प्रवेश, नये काम आरंभ करना आदि. खरमास में कोई महत्वपूर्ण विवाह या उपनयन का कार्य नहीं किया जाता. इस महीने के दौरान भक्ति और त्याग का महत्व होता है, और लोग अधिक पुण्य करने का प्रयास करते हैं. खरमास के अंत में, नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है और नए कार्यों की शुरुआत की जाती है. खरमास हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण अवधि है जो हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से शुरू होती है और पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि तक चलती है. 2024 में, खरमास 16 नवंबर को शुरू होगा और 15 दिसंबर को समाप्त होगा.
खरमास का महत्व:
- खरमास को देवताओं की रात्रि माना जाता है. इस अवधि के दौरान, भगवान विष्णु क्षीर सागर में शयन करते हैं.
- खरमास को शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है. इस अवधि के दौरान, विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, भूमि पूजन आदि जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.
- खरमास को दान-पुण्य करने के लिए एक उत्तम अवधि माना जाता है. इस अवधि के दौरान, दान-पुण्य करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.
- खरमास को भगवान विष्णु की भक्ति करने के लिए एक उत्तम अवधि माना जाता है. इस अवधि के दौरान, भगवान विष्णु की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है.
खरमास के दौरान आप भगवान विष्णु की पूजा जरूर करें. शिव चालीसा, विष्णु सहस्त्रनाम, गीता का पाठ के साथ-साथ दान-पुण्य भी करें. इस समय ध्यान करने से आपको शांती और खुशी प्राप्त होती है. समय निकालकर धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन भी करें
खरमास के दौरान किए जाने वाले कार्य:
- विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, भूमि पूजन आदि जैसे शुभ कार्य नहीं करें.
- मांस-मदिरा का सेवन न करें.
- क्रोध, लोभ और मोह से दूर रहें.
कब खत्म होगा खरमास?
2024 में खरमास दो बार खरमास आएगा. अप्रैल खरमास 2024 की समाप्ति तिथि 13 अप्रैल है. पहला खरमास 14 मार्च से 13 अप्रैल तक चलेगा,दूसरा 16 नवंबर से 15 दिसंबर तक. खरमास सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने से शुरू होता है और सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने पर समाप्त होता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau