April Panchak Date 2024: पंचक पांच दिनों की अवधि होती है जिसे हिंदू धर्म में अशुभ माना जाता है. इस अवधि के दौरान, कुछ महत्वपूर्ण कार्यों को करने से बचना चाहिए, जैसे कि शादी, घर खरीदना, यात्रा करना, या कोई नया व्यवसाय शुरू करना. अप्रैल 2024 में पंचक 5 अप्रैल 2024 (शुक्रवार) से 9 अप्रैल 2024 (मंगलवार) तक रहेगा. ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस समयावधि में प्रकृति में विशेष बदलाव होते हैं और इसके कारण कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. पंचक के दौरान शास्त्रों में विविध प्रकार की कार्यों का अभाव किया जाता है, जैसे शादी, गृह प्रवेश, मुहूर्त आदि. पंचक के पाँच दिनों का विशेष महत्व धार्मिक और ज्योतिष दृष्टिकोण से है, और इस समयावधि में किसी भी कार्य करना आध्यात्मिक और दैवीय विरासत की धारा को विघटित कर सकता है, जो अशुभता के कारण होती है.
पंचक की तिथियां:
5 अप्रैल: शुक्रवार, सुबह 7:14 बजे से
6 अप्रैल: शनिवार, पूरे दिन
7 अप्रैल: रविवार, पूरे दिन
8 अप्रैल: सोमवार, पूरे दिन
9 अप्रैल: मंगलवार, सुबह 7:32 बजे तक
पंचक के दौरान क्या करें: पंचक के दौरान दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है. धार्मिक कार्य करना, जैसे कि मंदिर जाना, पूजा करना, और भगवान का नाम जपना, शुभ माना जाता है. पंचक के दौरान आत्म-चिंतन और आत्म-विश्लेषण करना एक अच्छा समय है.
पंचक के दौरान क्या ना करें: पंचक के दौरान शादी करना अशुभ माना जाता है. घर खरीदना, यात्रा करना या नया व्यवसाय शुरू करना भी पंचक में अशुभ माना जाता है.
पंचक के दौरान कुछ विशेष उपाय:
- भगवान शिव की पूजा करें.
- "ॐ नमः शिवाय" का जप करें.
- हनुमान चालीसा का पाठ करें.
- दान-पुण्य करें.
वैसे आपको बता दें कि पंचक के बारे में मान्यताएं अलग-अलग हो सकती हैं. कुछ लोग पंचक को पूरी तरह से अशुभ मानते हैं, जबकि अन्य लोग इसे केवल कुछ कार्यों के लिए अशुभ मानते हैं. यह आपके ऊपर है कि आप पंचक के बारे में क्या मानते हैं और आप इस अवधि के दौरान क्या करना चाहते हैं. अगर आप पंचक के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो आप किसी ज्योतिषी से सलाह ले सकते हैं.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Read Also: Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
Source : News Nation Bureau