Ashadh Amavasya 2022 Maha Upay: आषाढ़ माह की अमावस्या को अषाढ़ी अमावस्या या हलहारिणी अमावस्या कहा जाता है. इस बार आषाढ़ मास की अमावस्या तिथि 28 जून 2022 को है. हिंदू धर्म में आषाढ़ मास की अमावस्या बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस दिन किसी पवित्र नदी, सरोवर में स्नान और पितरों के निमित्त दान व तर्पण करने का विधान रहता है. इसके अलावा इस दिन पितरों के लिए व्रत करने का भी विधान है. ऐसे में आज हम आपको पितरों को प्रसन्न करके उनका आशीर्वाद पाने और अपने जीवन को सुख समृद्धि से भरने के कुछ महाउपाय बताने जा रहे हैं.
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आषाढ़ अमावस्या के अचूक महाउपाय
1. आषाढ़ अमावस्या को कृषि उपकरणों की पूजा की जाती है. ऐसा करने से फल का उत्पादन अच्छा होता है, जिससे घर के धन धान्य में वृद्धि होती है.
2. आषाढ़ अमावस्या पर सुबह स्नान करने के बाद पितरों को जल से तर्पण दें. पानी में अक्षत् और काला तिल मिलाकर तर्पण दें. ब्राह्मणों को भोजन, दान और दक्षिणा दें. कौआ, गाय, कुत्ता को भी भोजन का कुछ अंश दे दें. इससे पितर प्रसन्न होते हैं. वे परिवार में सुख, शांति और वंश वृद्धि का आशीष देते हैं.
3. अमावस्या की शाम घर के ईशान कोण में एक दीपक जलाएं. उसमें गाय के घी, केसर और लाल धागे वाली बत्ती का उपयोग करें. मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से धन-धान्य में वद्धि होती है.
4. आषाढ़ अमावस्या की सुबह पीपले के पेड़ की पूजा करें. पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु सहित कई देव निवास करते हैं. पूजा में उनको फूल, फल, जनेऊ, धूप, दीप एवं जल आदि अर्पित करें. परिवार की सुख एवं शांति के लिए प्रार्थना करें. आपकी मनोकामना पूर्ण होगी.
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5. परिवार में सुख एवं समृद्धि के लिए अमावस्या के दिन मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं. इस उपाय से आपको लाभ हो सकता है.
6. अमावस्या पर नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव को दूर करने के लिए एक कुत्ते को रोटी में तेल लगाकर खिलाएं. ऐसा करने से विरोधी और शत्रु दोनों का प्रभाव कम होगा.
7. अमावस्या के अवसर पर दीप दान का विशेष महत्व है. इस दिन आप दीप और फूल एक पत्ते के कटोरे में रखकर जल में प्रवाहित कर दें. ऐसा करने से संकट दूर होते हैं और सुख एवं समृद्धि के मार्ग खुलते हैं.