Ashadh Month 2022: हिंदी पंचांग का चौथा महीना होता है, आषाढ़ माह आज से शुरु हो चुका है जो 13 जुलाई तक रहेगा. इस महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी पर देवशयनी पर्व मनाया जाता है. यानी भगवान विष्णु चार महीनों की योगनिद्रा में चले जाते हैं और चातुर्मास की शुरुआत हो जाती है. इन चार महीनों में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. आइए आपको बताता है इस माह के कुछ ऐसे उपाय जिन्हें करने से मिलेगा पुण्य फल.
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देव पूजन
आषाढ़ महीना पूजा-पाठ के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस माह में मंगलदेव, सूर्य देव, विष्णु भगवान और देवी दुर्गा की पूजा करने से शक्ति की प्राप्ति होती है. जल देव की पूजा धन लाभ देती है. मंगल की पूजा करने से कुंडली में बैठा मंगल अशुभ प्रभाव की जगह शुभ प्रभाव देना शुरू कर देता है.
हवन
आषाढ़ का महीना यज्ञ करने के लिए श्रेष्ठ महीना माना जाता है. शास्त्रों में उल्लेख है कि इस महीने में किए गए यज्ञ का फल तत्काल प्रभाव से मिलता है. चूंकि इस महीने से वर्षा ऋतु का आगमन होता है. मौसम में बदलाव होने की वजह से किटाणु उत्पन्न हो जाते है. ऐसे में हवन करने से वातावरण की शुद्धि होती है. इतना ही नहीं, उसे करने वाले व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शुद्धि भी होती है.
दान
वैसे तो दान करना हमेशा ही अच्छा माना जाता है लेकिन आषाढ़ माह में दान का महत्व और बढ़ जाता है. आषाढ़ अमावस्या पर किया गया दान पितरों की आत्मा को संतुष्टि पहुंचाता है. इस महीने में नमक, तांबा, कांसा, मिट्टी का पात्र, गेहूं, गुड़, चावल, तिल, छाता, चप्पल का दान करना शुभ माना जाता है.