Ashadha Month 2022 First Pradosh Vrat Upay: आषाढ़ माह का रवि प्रदोष व्रत 26 जून को है. जैसा कि आपको पता है कि हर माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. इस दिन प्रदोष मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा की जाती है. जहां प्रदोष व्रत में भगवान भोलेनाथ की पूजा-पाठ का विधान होता है, वहीं रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित माना गया है. इस दिन विधि-विधान के साथ मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा का विधान है. 26 जून को प्रदोष पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 07 बजकर 23 मिनट से रात 09 बजकर 23 मिनट तक है. इस दिन आप व्रत रखने के साथ ही कुछ ज्योतिष उपाय करके अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं.
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रवि प्रदोष व्रत के उपाय
1. यदि आपके दांपत्य जीवन में किसी प्रकार की समस्या है, तो आप प्रदोष व्रत के दिन गाय के दूध में केसर और फूल डाले दें और उससे भगवान शिव का अभिषेक करें. इससे पति और पत्नी के बीच संबंध मधुर रहेंगे. उत्तम जीवनसाथी की मनोकामना पूर्ति के लिए भी इस उपाय को कर सकते हैं.
2. मनोकामना पूर्ति के लिए ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें या फिर पूजा के समय बेलपत्र पर ओम नम: शिवाय लिख कर भगवान भोलेनाथ को चढ़ाएं. इस उपाय से आपकी जो भी मनोकामना है, वह शिव कृपा से पूरी होगी.
3. यदि आप किसी रोग की चपेट में हैं या फिर कोई विकट समस्या है, जिसका समाधान नहीं मिल पा रहा है, तो आप रवि प्रदोष व्रत के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराएं.
4. जमीन-जायदाद या अन्य मामलों से जुड़े कोर्ट केस से आप परेशान हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन गंगाजल में अक्षत मिलाकर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें. शिव कृपा से आपकी समस्या का समाधान होगा.
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5. अनजाने भय से डरे हुए हैं, शरीर शक्तिहीन लगता है, आत्मविश्वास की कमी है, तो प्रदोष व्रत के दिन शिव पंचाक्षरी मंत्र ओम नम: शिवाय का 108 बार जप करें. मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष या चंदन की माला का उपयोग करें. आपको लाभ मिलेगा.
6. आपके परिवार में कलह रहती है या सुख-समृद्धि नहीं हो रही है, तो आप प्रदोष व्रत के दिन पूजा के समय भगवान शिव को जौ का आटा अर्पित करें. फिर उससे रोटी बनाकर किसी बैल या गाय के बछड़े को खिला दें. आपकी मनोकामना पूर्ण होगी.