Chaitra Navratri 2024 Day 2 मां ब्रह्मचारिणी नवरात्रि के दूसरे दिन पूजी जाने वाली देवी दुर्गा का दूसरा रूप हैं. वे ज्ञान, शिक्षा, और तपस्या की देवी हैं. ज्योतिष में, मां ब्रह्मचारिणी का संबंध चंद्रमा से है. मां ब्रह्मचारिणी दाहिने हाथ में कमंडल और बाएं हाथ में जपमाला धारण किए हुए हैं. वे कमल के फूल पर विराजमान हैं. देवी का वेश भगवा रंग का है. मां के मुख पर तेज और शांति का भाव है. मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से ज्ञान, शिक्षा, और तपस्या की शक्ति प्राप्त होती है. देवी की पूजा से भक्तों को मन की एकाग्रता और शांति प्राप्त होती है. मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से जीवन में सकारात्मकता और आशावाद आता है. देवी की पूजा से सभी प्रकार की बाधाओं और विरोधों पर विजय प्राप्त होती है.
मां ब्रह्मचारिणी के ज्योतिष उपाय और उनके लाभ
1. चंद्रमा को मजबूत करने के लिए नवरात्रि के दूसरे दिन, मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करें और चंद्रमा को अर्घ्य दें. चंद्रमा को मजबूत करने के लिए "ॐ सोमय नमः" मंत्र का जाप करें. चंद्रवार को दूध, दही, चावल, और सफेद मिठाई का दान करें. इससे मानसिक शांति और एकाग्रता में वृद्धि होती है. भावनाओं पर नियंत्रण, स्मरण शक्ति और बुद्धि में वृद्धि और जीवन में सकारात्मकता और आशावाद आता है.
2. कुंडली में चंद्रमा के दोषों को दूर करने के लिए नवरात्रि के दूसरे दिन, मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करें और "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ब्रह्मचारिण्यै नमः" मंत्र का जाप 108 बार करें. चंद्र यंत्र को धारण करें. मोती रत्न धारण करें. चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति मिलती है. स्वास्थ्य, धन, और समृद्धि में वृद्धि होती है और जीवन में खुशी और सफलता मिलती है.
3. विवाह में बाधाओं को दूर करने के लिए नवरात्रि के दूसरे दिन, मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करें और "ॐ क्लीं ब्रह्मचारिण्यै नमः" मंत्र का जाप 1008 बार करें. शिव-पार्वती की पूजा करें. गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करें. विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं. योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है और वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि मिलती है.
4. शिक्षा और ज्ञान में वृद्धि के लिए नवरात्रि के दूसरे दिन, मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करें और "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः" मंत्र का जाप करें. सरस्वती मां की पूजा करें. पीले रंग की वस्तुओं का दान करें. शिक्षा में सफलता मिलती है. ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है और स्मरण शक्ति और एकाग्रता में सुधार होता है.
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा और ज्योतिष उपायों से भक्तों को ज्ञान, शिक्षा, तपस्या, और आत्म-संयम की शक्ति प्राप्त होती है.
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(Disclaimer यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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Source : News Nation Bureau