Astrological Tips: क्या आपके मन में भी यहीं सवाल है कि डर क्यों लगता है डर, क्या इसकी वजह भी ज्योतिषशास्त्र में है तो इसका जवाब है हां, ज्योतिष में मंगल को साहस, ताकत, लड़ने की क्षमता, निडरता का कारक माना जाता है. जब मंगल पर बहुत बुरा प्रभाव हो या मंगल कुंडली में बहुत कमज़ोर हो तो वो लोग डरपोक हो जाते हैं. इसलिए जिस भी जातक की जन्म कुंडली में ये दोष हो उसे अपने मंगल को मजबूत करने के उपाय करने चाहिए. मंगल ग्रह की पूजा विधि विधान से करें या आप मंगल का रत्न भी धारण कर सकते हैं. लेकिन क्या यही वजह है डर लगने की या कोई अन्य कारण भी हैं. तो आइए विस्तार से जानते हैं कि डर क्यों लगता है और इसे दूर करने के ज्योतषीय उपाय क्या हैं.
कमजोर मंगल के कारण लगाता है डर
हर मंगलवार को मंगलदेव की खास पूजा करनी चाहिए. मंगलदेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी पसंदीदा वस्तुएं जैसे लाल मसूर की दाल, लाल कपड़े का दान करना चाहिए. इससे कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत होती है और आपके डर लगने की समस्या भी दूर होती है.
मंगलदोष के कारण लगता है डर
जिन लोगों की कुंडली में मंगलदोष है उन्हे हर मंगलवार को शिवलिंग पर कुमकुम चढ़ाना चाहिए. इसके साथ ही शिवलिंग पर लाल मसूर की दाल और लाल गुलाब चढ़ाएं. ऐसा करने से आपको डर लगना धीरे-धीरे कम होगा और आप पहले से ज्यादा कॉन्फीडेंट फील करेंगे.
मंगल का रत्न क्या है
मंगल दोष के निवारण के लिए मूंगा मूंगा रत्न भी धारण किया जाता है. इससे हर हालात में लड़ने की क्षमता तो आती ही है साथ ही निडरता से आप अपने काम में आगे बढ़ते हैं.
कुंडली दोष के कारण
कुंडली में अगर मंगल नीच का है या बहुत ही कम डिग्री का है तो मंगल दोष के निवारण के लिए मंगल के जाप भी किए जा सकते हैं. इसके लिए मंत्र है ॐ भौं भौमाय नम: या कि सी जानकार ज्योतिषी जैसा कहे वैसा करें.
डर कम करने के लिए रखें व्रत
अगर आपको बहुत डर लगता है हमेशा बैचेनी बनीं रहती है तो आप मंगलवार का व्रत भी रख सकते हैं.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप visit करें newsnationtv.com/religion
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
Source : News Nation Bureau