भारत में गर्मियों का मौसम हमेशा ही चुनौतीपूर्ण रहता है. हर साल लू से यहां ना जाने कितने लोग अपने जान गंवाते है. आम व्यक्ति गर्मियों का मौसम शुरू होते ही अपने कपड़ों से लेकर खाने-पीने और रहने की सभी व्यव्स्था में बड़ा बदलाव करता है. उसी तरह से अब भगवान के लिए भी ऐसी ही बदलाव भारत के कुछ मंदिरों में देखने को मिल रहा है. पिछले कुछ दिनों में राजस्थान का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. ऐसे में भीषण गर्मी के प्रभाव से बचने के लिए जिस तरह से लोग कूलर और एसी में बैठे हैं अब भगवान भी यहां उसी तरह से विराजमान हैं. ज्योतिष के जानकारों के अनुसार किसी भी मंदिर में जब मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाती है तो ऐसा माना जाता है कि उस मूर्ति में प्राण हैं. भक्त जब भगवान से मिलने आते हैं तो वो उनकी बातें सुनते हैं और उनके सभी दुख दर्द दूर करते हैं.
भगवान को गर्मी से बचाने के खास इंतजाम
इसी मान्यता के अनुसार राजस्थान के अलवर में कई मंदिरों में भगवान की मूर्ति के पास कूलर और एसी का खास इंतजाम किया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अलवर के वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, त्रिपोलिया महादेव मंदिर और लक्ष्मी नारायण मंदिर में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए कूलर और एसी लगाए गए हैं.
भगवान के भोग का डाइट चार्ट
इन मंदिरों का जब हमारे रिपोर्टर ने दौरा किया और पंडित जी से बात की तो उन्होंने बताया कि सुबह के समय भगवान को रबड़ी, छाछ, सत्तू की ठंडाई का भोग लगाया जा रहा है. दिन के समय भगवान को ककड़ी, खीरे, आम, तरबूज, खरबूजा जैसे कई मौसमी फलों व सब्जियों का भोग लगाया जाता है. अगर बात रात के भोग की करें तो भगवान को रात को ठंडाई का भोग लगा उन्हें विधि पूर्वक सुला दिया जाता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau