Baba Khatu Shyam: बाबा श्याम, जिन्हें खाटू श्याम और श्याम बाबा के नाम से भी जाना जाता है, भगवान कृष्ण का एक रूप हैं. वे राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू में पूजे जाते हैं. बाबा श्याम का जन्म भाद्रपद शुक्ल पक्ष की द्वादशी को हुआ था. वे बर्बर समुदाय के राजा थे. कहा जाता है कि जब वे 11 वर्ष के थे, तब उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए अपना राज्य छोड़ दिया. उन्होंने अपना जीवन समाज सेवा में समर्पित कर दिया और लोगों को भक्ति और प्रेम का मार्ग दिखाया. बाबा श्याम कलयुग में भक्तों की रक्षा करने वाले माने जाते हैं. वे अपनी दया, करुणा और चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध हैं. बाबा श्याम के भक्तों का मानना है कि वे उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. यह विश्वास उन्हें लाखों भक्तों के बीच लोकप्रिय बनाता है. साल 2024 में खाटू श्याम भगवान का जन्मदिन 20 मार्च को मनाया गया.
कहां है खाटू श्याम का मंदिर
बाबा श्याम का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू में है. यह मंदिर भव्यता और सुंदरता का प्रतीक है. हर साल लाखों भक्त यहां दर्शन करने आते हैं.
उनकी पूजा
बाबा श्याम की पूजा भक्तों द्वारा विभिन्न तरीकों से की जाती है. कुछ भक्त मंदिर में जाकर दर्शन करते हैं, तो कुछ घर पर ही पूजा करते हैं. बाबा श्याम को चूरमा और बूंदी के लड्डू का भोग लगाया जाता है. उनके प्रिय रंग नीला और पीला हैं.
खाटू श्याम जी की असली कहानी
असल में बाबा खाटू श्याम भीम के पोते और घटोत्कच के बेटे बर्बरीक हैं और इन्हीं की खाटू श्याम के रूप में पूजा होती है. बताया जाता है कि बाबा ने शिव जी को प्रसन्न कर उनसे तीन अभेद्य बाण प्राप्त किए थे. यही वजह है कि उन्हें तीन बाण धारी के नाम से भी जाना जाता है.
बाबा खाटू श्याम के भजन
"तेरे भरोसे मेरी गाड़ी तू जाने तेरो काम जाने"
"मेरे तो श्याम से नाता है"
"तेरे दरबार में आकर"
"कान्हा तेरे बिना"
बाबा खाटू श्याम का महत्व
बाबा श्याम भक्तों के लिए आस्था और विश्वास का प्रतीक हैं. वे लोगों को सदाचार, प्रेम और भक्ति का मार्ग दिखाते हैं. उनका जीवन त्याग और समर्पण का प्रेरणादायक उदाहरण है. बाबा श्याम की दया और करुणा का एक प्रसिद्ध उदाहरण है. एक बार, एक गरीब महिला अपने बच्चे के साथ खाटू मंदिर में दर्शन करने आई. उसके पास खाने के लिए कुछ नहीं था. बाबा श्याम ने उसे प्रकट होकर भोजन दिया और उसकी मदद की.
बाब खाटू श्याम के मंत्र
ॐ श्याम देवाय बर्बरीकाय हरये परमात्मने। प्रणतः क्लेशनाशाय सुह्र्दयाय नमो नमः।।
ॐ मोर्वी नंदनाय विद् महे श्याम देवाय धीमहि तन्नो बर्बरीक प्रचोदयात्।।
ॐ श्याम शरणम ममः
ॐ खातुनाथाय नमः
उनके जन्मोत्सव के मौके पर इन मंत्रों का जाप करते हुए श्याम बाबा से अपनी हर मनोकामना बोलें. ऐसा कहा जाता है कि इससे जातकों बाबा की कृपा शीघ्र प्राप्त होगी.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau