Basant Panchami Vrat Katha: मां सरस्वती पूरी करेंगी हर मनोकामना, जब वसंत पंचमी पर पढ़ेंगे ये व्रत कथा!

Basant Panchami 2024 Vrat Katha: बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है.मान्यता है कि इस दिन पूजा के दौरान आपको इस कथा को जरूर पढ़ना चाहिए. इससे जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. यहां पढ़ें पूरी कथा.

author-image
Sushma Pandey
एडिट
New Update
Basant Panchami 2024 Vrat Katha

Basant Panchami 2024 Vrat Katha( Photo Credit : NEWS NATION)

Advertisment

Basant Panchami Vrat Katha: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है. इस दिन ज्ञान, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है. इस बार बंसत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी 2024 दिन बुधवार को मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करने से साधकों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही बसंत पंचमी पर मां सरस्वती व्रत कथा पढ़ने से जातक की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और ज्ञान की प्राप्ति होती है. यहां पढ़ें पूरी कथा. साथ ही जानें इसका महत्व. 

बसंत पंचमी व्रत कथा (Basant Panchami Vrat Katha)

पौराणिक कथा के अनुसार,सृष्टि के प्रारंभिक काल में जब भगवान विष्णु ने ब्रह्माजी को सृष्टि रचना का आदेश दिया तो ब्रह्माजी ने मनुष्यों सहित सभी जीवों को बनाया. लेकिन उन्हें कुछ कमी महसूस हुई. सृष्टि में मौन था, कोई आवाज नहीं, कोई संगीत नहीं, कोई ज्ञान नहीं. भगवान विष्णु की आज्ञा से ब्रह्माजी ने अपने कमंडल से जल पृथ्वी पर छिड़का. जल की बूंदों से एक अद्भुत शक्ति उत्पन्न हुई, जो चतुर्भुजी सुंदर स्त्री के रूप में प्रकट हुई. उनके एक हाथ में वीणा थी, दूसरे में वर मुद्रा, तीसरे में पुस्तक और चौथे में माला थी. उस स्त्री ने वीणा बजाई और मधुर संगीत बिखेरा. संगीत की मधुर ध्वनि से सृष्टि में जान आ गई.

जीवों को वाणी प्राप्त हुई. ब्रह्माजी ने उस स्त्री को 'सरस्वती' नाम दिया, जो ज्ञान, कला, संगीत और विद्या की देवी हैं. बसंत पंचमी की कथा हमें ज्ञान और कला के महत्व को समझाती है. मां सरस्वती की पूजा करके हम ज्ञान, कला, विद्या और बुद्धि प्राप्त कर सकते हैं. यह कथा हमें सिखाती है कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए ज्ञान और कला आवश्यक हैं. 

बसंत पंचमी का महत्व (Basant Panchami Importance)

माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को सरस्वती का जन्मदिन मनाया जाता है. यह दिन बसंत पंचमी के रूप में जाना जाता है. बसंत पंचमी का दिन ज्ञान और कला के उत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस दिन विद्यालयों में सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है. छात्र-छात्राएं अपनी पुस्तकें और लेखन सामग्री माँ सरस्वती के चरणों में रखकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.  इस दिन छात्रों को व्रत रखकर मां सरस्वती से बुद्धि और ज्ञान प्राप्ति की प्रार्थना कर सकते हैं. 

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप visit करें newsnationtv.com/religion

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

ये भी पढ़ें -

Basant Panchami Vastu Tips: बसंत पंचमी पर इन वास्तु टिप्स को करें फॉलो, घर में आएगी सुख समृद्धि और धन लक्ष्मी

Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी पर सभी 12 राशियों के लिए खास उपाय, करते ही खुल जाएगा किस्मत का ताला!

Basant Panchmi: बसंत पंचमी के दिन क्या करें क्या ना करें

Source : News Nation Bureau

Religion News in Hindi Religion News Religion Vrat Katha basant panchami 2024 Basant Panchami 2024 Vrat Katha Saraswati Puja 2024
Advertisment
Advertisment
Advertisment