Bhavishya Malika Prediction: देवकीनंदन ठाकुर जी ने अपने प्रवचन के दौरान लोगों को ऐसी चेतावनी दे दी है जिसे सुनकर सब हैरान हैं. ये भविष्यवाणी उन्होने खुद नहीं की बल्कि भविष्य मालिका के आधार पर की है. उन्होने कहा कि कलयुग चल रहा है यहां अपने कल्याण के बारे में कोई नहीं सोचता. भविष्य मालिका, उड़ीसा के संत हुए उन्होंने लिखा है जो उन्हे कुछ समय पहले किसी ने भेंट की. भविष्य मलिका के अनुसार कलयुग की आयु 432000 वर्ष की नहीं है बल्कि उस पुस्तक में लिखा है कि कि 5000 साल में ही कलयुग समाप्त हो जाएगा. उन्होने आगे कहा कि अगर आप शॉर्ट में समझना चाहते तो इतना समझ लो 2025, 2026, 2027 यह तीन साल पूरे विश्व की मानवता के लिए डेंजरस टू डेंजर हैं.
कलयुग समाप्ति की निशानियां
भविष्य मालिका में कहा गया है कि जगन्नाथ प्रभु के मंदिर की ध्वजा कभी गिरती नहीं है, और उस पर कभी अग्नि नहीं लगती. यह मंदिर इस बात के लिए भी अनोखा है कि इसके ऊपर कभी कोई अपवित्र पक्षी नहीं बैठते. लेकिन भविष्य मालिका में यह भी लिखा है कि जब अपवित्र पक्षी उस मंदिर के ऊपर बैठने लगें, तो समझ लें कि कलयुग का अंत निकट है. और जब ध्वजा जलने लगे, तो यह भी कलयुग के अंत का संकेत होगा.
देवकीनंदन ठाकुर जी (Devkinandan Thakur Ji) ने आगे ये भी बताया कि अंत कैसा होगा. वर्तमान में हम छ: से सात अरब लोग हैं, लेकिन उस समय केवल 30-35 करोड़ लोग ही बचेंगे. ये वे लोग होंगे जिनकी मानसिकता सतयुग की होगी, वही इस परिवर्तन के बाद रहेंगे.
भविष्यवाणी के अनुसार, जब 19वें राजा का शासन होगा और उसकी संतान नहीं होगी, तब समझ लेना कि कलयुग का अंत निकट है. यह भविष्यवाणी 600 वर्ष पूर्व लिखी गई एक प्राचीन किताब में दर्ज है. उसमें यह भी कहा गया है कि जगन्नाथ पुरी के 19वें राजा के बाद उस वंश में कोई और राजा नहीं होगा, और इस अंतिम राजा की कोई संतान नहीं होगी. वर्तमान में, जो राजा हैं, उनकी संतान नहीं है, और इस बात को भविष्यवाणी के संदर्भ में देखा जा रहा है. यह राजा 1970 में, जब वह 19 वर्ष के थे, सत्ता में आए थे. उनकी जन्मतिथि 1951 है, और अब उनकी उम्र 70 से अधिक हो चुकी है. इस दृष्टि से, उनके शासनकाल में ही कलयुग का अंत होने की भविष्यवाणी की गई है.
कलयुग के अंत में कौन बचेगा ?
बचेंगे वही, जो जगन्नाथ प्रभु के चरणों का आश्रय लेंगे. जो भगवान का आश्रय लेकर उल्टे-सीधे कर्मों से बच जाएंगे, वही सुरक्षित रहेंगे. अब आप तय करें कि आप कितने साल जीना चाहते हैं. अगर आपको सिर्फ 2-3 साल का मजा लेना है, तो जो मन चाहे वो करो. लेकिन अगर आप लंबे समय तक जीना चाहते हैं, तो वही करो जो शास्त्र कहते हैं. भगवान कृष्ण के चरणों का आश्रय लो, उनका नाम गाओ, शिव की शरण में जाओ, कल्याण निश्चित है.
ध्यान रहे, मैं भविष्यवक्ता नहीं हूं, आपको सिर्फ भविष्य मालिका में लिखी बातों का संदर्भ दे रहा हूं. वहां कहा गया है कि जो भगवान के पंच सखाओं में से एक हैं, वो मिथ्या नहीं बोल सकते. इसलिए हाथ जोड़कर ठाकुर जी से प्रार्थना करो. जो ठाकुर के नाम ले चुके हैं, वे गोविंद सनातनी हैं, उन्हें तो भगवान जरूर बचाएंगे. बाकी का फैसला भगवान पर छोड़ दो.
राधे-राधे बोलना पड़ेगा, दोनों हाथ जोड़कर प्रार्थना करो. भगवान से प्रार्थना करो कि सब सुखी रहें, कोई दुखी न हो, सब निरोग रहें, और धन-धान्य से भरे रहें. ठाकुर जी के बन जाओ, यही सबसे बड़ा कल्याण है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)