Bhavishya Malika Predictions About Kaliyug: भविष्य मालिका एक प्राचीन ग्रंथ है जिसे 16वीं शताब्दी के संत अच्युतानंददास ने लिखा था. इस ग्रंथ में कलियुग के अंत और दुनिया के विनाश की भविष्यवाणियां की गई हैं. इस ग्रंथ में जगन्नाथ पुरी मंदिर से जुड़ी कई भविष्यवाणियां भी हैं, जिनमें से कुछ सच साबित हो चुकी हैं. इसके अलावा, इस ग्रंथ में कलियुग की चरम सीमा और दुनिया के भविष्य के बारे में भी कई चौंकाने वाली बातें लिखी गई हैं. आइए जानते हैं क्या है भविष्य मालिका की कलियुग के अंत से जुड़ीं भविष्यवाणियां.
दुनिया में तनाव और तीसरे विश्वयुद्ध की भविष्यवाणी
भविष्य मालिका के अनुसार, दुनिया में धीरे-धीरे तनाव बढ़ता जाएगा. यह तनाव इस हद तक बढ़ जाएगा कि दुनिया के कई देशों में गृहयुद्ध की स्थिति बन जाएगी. इसके साथ ही, प्राकृतिक आपदाएं भी मानवजाति को भारी नुकसान पहुंचाएंगी. यह सब इस बात का संकेत होगा कि कलियुग का अंत सामने है. भविष्य मालिका में तीसरे विश्वयुद्ध की भविष्यवाणी की गई है, जिसमें लोग कीट-पंतगों की तरह मरेंगे. इस युद्ध के बाद विश्व की आबादी सिर्फ 64 करोड़ रह जाएगी. यह स्थिति इस बात का प्रतीक होगी कि दुनिया विनाश की ओर बढ़ रही है.
आसमान में दो सूरज का दिखना
इस ग्रंथ में भविष्यवाणी की गई है कि एक समय ऐसा आएगा जब आसमान में दो सूरज दिखाई देंग. यह संकेत होगा कि कलियुग अपनी चरम सीमा की ओर बढ़ रहा है. कुछ साल पहले कोलंबिया में इस प्रकार का एक दृश्य देखने को मिला था, जिसने इस भविष्यवाणी को सच साबित किया. हालांकि, इस घटना को लेकर काफी विवाद भी हुआ था. भविष्य मालिका में बताया गया है कि धरती पर अलग-अलग जगहों पर बड़े भूकंप आएंगे. इन भूकंपों के कारण धरती की धुरी बदलने लगेगी और धरती का रूप-रंग बदल जाएगा. यह परिवर्तन धरती के विनाश की दिशा में एक और कदम होगा.
7 दिनों का अंधकार
भविष्य मालिका में यह भी लिखा गया है कि एक समय ऐसा आएगा कि किसान खेती करना बंद कर देंगे. क्योंकि उन्हें खेती में कोई लाभ होता नहीं दिखाई देगा और वे नए रोजगार की तलाश करेंगे. इससे धरती पर सब्जियों और फलों की कमी हो जाएगी और महंगाई तेजी से बढ़ेगी. भविष्य मालिका के अनुसार, 2022 से 2029 के बीच में एक ऐसी प्राकृतिक आपदा आएगी, जिससे धरती पर 7 दिनों तक अंधकार छा जाएगा. इस अंधकार के दौरान मानवजाति को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. यह घटना भी इस बात का संकेत होगी कि धरती अपने विनाश की ओर बढ़ रही है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)