चांदनी चौक, दिल्ली के हनुमान मंदिर तोड़े जाने को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी आमने-सामने हैं. आम आदमी पार्टी का कहना है कि भाजपा शासित MCD के उपायुक्त सतनाम सिंह ने कोर्ट में एफिडेविट देकर कहा था कि त्योहारों के चलते हनुमान मंदिर नहीं तोड़ पाए, लेकिन अब तैयारी पूरी है. आम आदमी पार्टी ने यह भी कहा है कि दिल्ली नगर निगम ने इस मंदिर को तोड़ा है. विधायक सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को कहा, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता स्पष्ट करें कि कोर्ट में दाखिल हलफनामा MCD का है या नहीं. मानुषी नामक एक संगठन ने भी हनुमान मंदिर तोड़ने की मांग की थी और इस संगठन को चलाने वालों में शामिल संजय भार्गव बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं और BJP के एक सांसद के बहुत करीबी हैं.
बता दें कि चांदनी चौक की मुख्य सड़क पर मंदिर बना था, जिसे कुछ दिन पहले पुलिस की भारी मौजूदगी में हटा दिया गया. चांदनी चौक से सांसद रहे कांग्रेस नेता जेपी अग्रवाल ने मंदिर तोड़ जाने को लेकर आप और बीजेपी दोनों को जिम्मेदार ठहराया. साथ ही उन्होंने मंदिर को पुन:स्थापित किए जाने को लेकर जगह दिए जाने की मांग की.
उधर, सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में भाजपा की सरकार है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर द्वारा हाईकोर्ट में दाखिल किए गए शपथपत्र की कॉपी सबके सामने है, जिसमें नगर निगम की ओर से कहा गया है कि त्योहारों के चलते मंदिर को नहीं तोड़ पाए पर अब हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है.
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष आदेश गुप्ता से सौरभ भारद्वाज ने पूछा कि क्या कोर्ट में दिया गया शपथपत्र भी आम आदमी पार्टी का है? उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि मेयर की जानकारी के बिना ही उनका आला अफसर कोर्ट में मंदिर तोड़ने की तैयारियों को लेकर एफिडेविट दे रहा है.
Source : News Nation Bureau