आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के रामतीर्थ पुरम में भगवान राम की मूर्ति खंडित करने के मामले में BJP ने मोर्चा खोल दिया है तो संघ परिवार ने भी इसके खिलाफ आवाज उठाई है. उधर, विश्व हिंदू परिषद ने तो आंध्र प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी को इस घटना को लेकर धमकी भी दे दी है.
आंध्र प्रदेश में कथित रूप से ईसाई धर्म के लोगों ने रामतीर्थ पूनम के 400 साल पुराने मंदिर पर हमला कर भगवान राम की मूर्ति खंडित कर दी. इसके विरोध में आंध्र प्रदेश बीजेपी ईकाई ने रामतीर्थ पुरम तक विरोध यात्रा शुरू कर दी है और इसके लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और वहां की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. BJP आरोप लगा रही है कि मंदिरों पर हमले के मामले में सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है और सरकार के दबाव में पुलिस भी कुछ नहीं कर पा रही है.
भगवान राम की मूर्ति खंडित किए जाने के मामले में संघ परिवार और दूसरे हिंदू संगठन भी आग बबूला हो गए हैं. विश्व हिंदू परिषद ने तो आंदोलन की चेतावनी देते हुए आरोप लगाया है कि आंध्र प्रदेश की सरकार मंदिर और उसकी संपत्ति हड़पने की साजिश रच रही है और मंदिरों को नष्ट करने पर आमादा हो गई है. विश्व हिंदू परिषद ने यह भी कहा है कि हिंदू देवी-देवताओं का जिस तरीके से अपमान किया जा रहा है, यह सीएम जगनमोहन रेड्डी को महंगा पड़ेगा.
आंध्र प्रदेश सरकार पर हमलावर होते हुए हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि सरकार के संरक्षण में ईसाई मिशनरियां हिंदू संतों की हत्या कर रही हैं और मंदिरों पर हमले करवा रही हैं. स्वामी चक्रपाणि ने केंद्र सरकार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.
बता दें कि पिछले कुछ समय से आंध्र प्रदेश में मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है. रामतीर्थ में हमले से पहले पीथापुरम ,गुंटुर ,नेल्लौर अंतर्वेदी में भी मंदिरों पर हमले किए जा चुके हैं. इस मामले में अब BJP और संघ परिवार ने खुलकर मोर्चा संभाल लिया है.
Source : News Nation Bureau