Budh Purnima 2024: बुद्ध पूर्णिमा, जिसे वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, इस साल 16 मई 2024 को मनाया जाएगा. यह पर्व भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण को स्मरण करता है. इस साल, बुद्ध पूर्णिमा कुछ दुर्लभ खगोलीय और ज्योतिषीय संयोगों के साथ आ रही है, जो इसे और भी अधिक विशेष बनाते हैं. बुद्ध पूर्णिमा पर इन शुभ योगों में किए गए धार्मिक कार्य और दान-पुण्य मोक्ष प्राप्ति के मार्ग को प्रशस्त करते हैं. यह दिन पापों के नाश और पुण्य संचय के लिए भी श्रेष्ठ माना जाता है. बुद्ध पूर्णिमा पर भगवान बुद्ध की आराधना और मंत्र जाप करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.ज्ञान और विद्या की प्राप्ति, सुख-समृद्धि और वैभव में वृद्धि करते हैं. ऐसा माना जाता है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन गृह क्लेश और मनमुटाव दूर करने के लिए भी शुभ माना जाता है.
बुद्ध पूर्णिमा पर बन रहे हैं ये 6 दुर्लभ संयोग
1. शिव योग यह योग सुबह 8:07 बजे से शुरू होकर शाम 4:54 बजे तक रहेगा. शिव योग शुभ कार्यों और नई शुरुआत के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है.
2. सर्वार्थ सिद्धि योग यह योग पूरे दिन रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग सभी कार्यों में सफलता और मनोकामना पूर्ति का प्रतीक है.
3. शुक्रादित्य योग सूर्य और शुक्र ग्रह का मिलन सुबह 10:21 बजे होगा. यह योग धन, समृद्धि, वैभव और भौतिक सुखों में वृद्धि का प्रतीक है.
4. राजभंग योग यह योग पूरे दिन रहेगा. राजभंग योग शत्रुओं पर विजय, मान-सम्मान में वृद्धि और अधिकार प्राप्ति का प्रतीक है.
5. गजलक्ष्मी राजयोग गुरु और शुक्र ग्रह का मिलन वृषभ राशि में होगा. यह योग धन, वैभव, समृद्धि और भाग्य वृद्धि का प्रतीक है.
6. गुरु आदित्य योग सूर्य और गुरु ग्रह का मिलन सुबह 11:12 बजे होगा. यह योग ज्ञान, विद्या, शिक्षा और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है.
बुद्ध पूर्णिमा पर क्या करें
भगवान बुद्ध की पूजा और ध्यान करें. बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध की पूजा और ध्यान करना चाहिए. अहिंसा, सत्य, अस्तेय, अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य इन पंचशीलों का पालन करना चाहिए. इस दिन दान-पुण्य करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. आप चाहें तो अहिंसा का पालन करने का भी संकल्प ले सकते हैं. पूर्णिमा के दिन धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करना चाहिए.
यह समय आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति और आत्मिक विकास के लिए अत्यंत शुभ है. इन संयोगों का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में धन, वैभव और समृद्धि ला सकता है. व्यवसाय, करियर और शिक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए इस समय किए गए उपाय कारगर सिद्ध होते हैं. व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि ला सकता है. यह समय अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए अत्यंत शुभ है.
बुद्ध पूर्णिमा के दिन इन दुर्लभ संयोगों का लाभ उठाने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान बुद्ध की पूजा करें. पंचशील व्रत का पालन करें- अहिंसा, सत्य, अचोरी, अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य. दान-पुण्य करें और जरूरतमंदों की मदद करें और बुद्ध के जीवन और उनकी शिक्षाओं के बारे में पढ़ें. बुद्ध पूर्णिमा के दिन बन रहे ये दुर्लभ संयोग इसे और भी अधिक विशेष बना रहे हैं. यह समय आध्यात्मिक उन्नति, धन-वैभव में वृद्धि, सफलता और मनोकामना पूर्ति के लिए सबसे उत्तम माना जाता है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau