CBSE Board Exam 2024 : परीक्षा का समय हमें एक महत्वपूर्ण चुनौती प्रदान करता है जिसमें हमें अपने ज्ञान और कौशल को परिक्षण करने का अवसर मिलता है. परीक्षा का समय हमें एक महत्वपूर्ण चुनौती प्रदान करता है जिसमें हमें अपने ज्ञान और कौशल को परिक्षण करने का अवसर मिलता है. यह एक महत्वपूर्ण और निर्णायक घटना होती है जो हमारे शिक्षात्मक प्रगति को मापने और समझने का एक माध्यम होती है. परीक्षा के समय हमें अपने ध्यान को संकेत देना और अच्छी तरह से तैयारी करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. इस अवसर पर हमें अपने अध्ययन को संगठित करने, प्रैक्टिस पेपर्स हल करने और समय प्रबंधन का ध्यान रखना चाहिए. एक अच्छी तैयारी और समर्थन से, हम परीक्षा को सफलतापूर्वक पार कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं. परीक्षा से पहले ये मंत्र पढ़ने से आपका ध्यान और फोकस मजबूत होगा और आपका इम्तिहान भी अच्छा होगा. ये मंत्र हैं
"ॐ विद्याधनं श्रीयं धनं देहि नमः."
मंत्र का अर्थ है - "ओम्! विद्या, धन और श्री को प्राप्त करानेवाले देवता, आपको मेरा नमस्कार." इस मंत्र का जप करने से विद्या, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है.
"सरस्वती महाभागे विद्या कमललोचने.
विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते.."
मंत्र का अर्थ है - "हे महाभाग्यशालिनी सरस्वती, जिनकी आंखें कमल की भांति सुंदर हैं, हे विशालाक्षी, जो विद्या के स्वरूप में हैं, वही विद्या को हमें प्रदान करें. नमस्तुते तुझे." यह मंत्र सरस्वती देवी की प्रार्थना है और इसका जाप करने से विद्या की प्राप्ति होती है.
"गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः.
गुरुरेव परं ब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः.."
मंत्र का अर्थ है - "गुरु ब्रह्मा है, गुरु विष्णु है, गुरु देवों का महादेव है. गुरु ही परमब्रह्म है, उस श्रीगुरु को मैं नमस्कार करता हूँ." यह मंत्र गुरु की महिमा को स्तुति करता है और उसके महत्व को स्वीकार करता है.
"अ॒सौ यः प्र॑थमो दि॒वः पुरं॑धि॒श्चतु॑ष्पदो॒ नाभि॑रः.
तस्या॑न्धो म॑कर्धि॒षा व॒यं ब्र॑वीम्यग्ने॒ सूर्य॑स्य॒ प्र च॑रिष्य॒तः.."
मंत्र का अर्थ है - यह मंत्र आग्नेय सूर्य को समर्पित है और इसका अर्थ है - "वह प्रथम दिवस है, चतुष्पदी पुरंधि और नाभि के स्थान पर है. हम सब उसके अंधेरे में चलते हैं, अतः हे अग्नि! हम आपको सूर्य की यात्रा में प्रेरित करते हैं.
"सर्वे भवन्तु सुखिनः.
सर्वे सन्तु निरामयाः.
मंत्र का अर्थ है - यह मंत्र संस्कृत में है और इसका अर्थ है - "सभी सुखी हों, सभी रोगमुक्त हों."
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु.
मा कश्चित् दुःख भाग भवेत्.."
मंत्र का अर्थ है - यह मंत्र संस्कृत में है और इसका अर्थ है - "सभी कल्याणकारी बातें देखें. किसी को भी दुःख नहीं हो."
इन मंत्रों को आप परीक्षा के पहले पढ़ें और आपकी अध्ययन शक्ति और परीक्षा में सफलता में मदद मिलेगी.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau