Chaitra Month 2024: चैत्र मास हिन्दू पंचांग में पहला महीना होता है और हिन्दू कैलेंडर के अनुसार विक्रम संवत् का साल चैत्र मास से शुरू होता है. यह मास हिन्दू धर्म के प्रति आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. चैत्र मास को उत्तर भारत में 'चैत' और दक्षिण भारत में 'चैत्र' के नाम से भी जाना जाता है. चैत्र मास का आरंभ वसंत ऋतु के प्रारंभ का संकेत देता है. यह मास हरियाली और फूलों की मिटटी की खुशबू से भरा होता है. इस महीने में होने वाले त्योहार और उत्सव लोगों को खुशियों से भर देते हैं. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि, और चैत्र पूर्णिमा जैसे महत्वपूर्ण त्योहार भी इसी महीने मनाए जाते हैं. नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा व अराधना की जाती है. इस मास में कई धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. चैत्र मास के दिन भक्त धार्मिक कार्यों के लिए विशेष प्रयास करते हैं और इस मास के आगमन के साथ ही नए उत्साह और उत्सव की भावना से जीवन को समृद्धि से भर देते हैं.
चैत्र मास 2024 के व्रत-त्योहार की लिस्ट
28 मार्च 2024 को गुरुवार के दिन संकष्टी चतुर्थी है
05 अप्रैल 2024 को शुक्रवार के दिन पापमोचिनी एकादशी है
06 अप्रैल 2024 शनिवार को प्रदोष व्रत (कृष्ण) है
07 अप्रैल 2024 को रविवार के दिन मासिक शिवरात्रि मनायी जाएगी
08 अप्रैल 2024 सोमवार के दिन चैत्र अमावस्या है
09 अप्रैल 2024 मंगलवार से चैत्र नवरात्रि, उगाडी घटस्थापना, गुड़ी पड़वा की शुरुआत होगी
10 अप्रैल 2024 बुधवार के दिन चेटी चंड है
13 अप्रैल 2024 शनिवार को मेष संक्रांति है
17 अप्रैल 2024 बुधवार के दिन चैत्र नवरात्रि पारण, रामनवमी मनायी जाएगी.
19 अप्रैल 2024 शुक्रवार को कामदा एकादशी है
21 अप्रैल 2024 रविवार के दिन शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत रखा जाएगा
23 अप्रैल 2024 मंगलवार के दिन हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा व्रत भी है
चैत्र मास का धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में चैत्र मास को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह विक्रम संवत का पहला महीना है और इस महीने में कई महत्वपूर्ण त्योहार और व्रत मनाए जाते हैं. हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, चैत्र मास में ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी. चैत्र मास हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है. ये भक्ति और आध्यात्मिकता का महीना माना जाता है. इस महीने में लोग विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं. चैत्र मास में कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें चैत्र नवरात्रि, रामनवमी, हनुमान जयंती, गुड़ी पड़वा और चैत्र पूर्णिमा शामिल हैं. चैत्र मास में प्रतिदिन गंगा स्नान करना बहुत पुण्य का काम माना जाता है. इस महीने में दान-पुण्य करना भी बहुत पुण्य का काम माना जाता है. चैत्र मास आध्यात्मिक उन्नति और भक्ति का महीना है. इस महीने में किए गए धार्मिक कार्य विशेष रूप से फलदायी होते हैं. चैत्र मास हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण महीना है. इस महीने में किए गए धार्मिक कार्य विशेष रूप से फलदायी होते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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Source : News Nation Bureau