Chaitra Navaratri 2024: शक्तिपीठ देवी सती के शरीर के अंगों के गिरने के स्थानों पर स्थापित मंदिर हैं. देवी सती भगवान शिव की पत्नी थीं. जब उनके पिता दक्ष ने शिव का अपमान किया, तो उन्होंने खुद को आग में जला लिया. शिव ने देवी सती के शरीर को उठाकर तांडव करना शुरू कर दिया. पृथ्वी को बचाने के लिए, भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से देवी सती के शरीर को 52 भागों में काट दिया. ये भाग पूरे भारत में बिखर गए. भारत के अलावा दुनिया के कई अन्य देशों में भी शक्तिपीठ स्थान हैं. ये स्थान भगवती देवी के समर्पित हैं और विभिन्न कथाओं और पौराणिक विश्वासों से जुड़े हैं. इन देशों में भी शक्तिपीठ के मंदिर और तीर्थस्थल होते हैं जो धार्मिक और पर्यटन के केंद्र के रूप में माने जाते हैं.
शक्तिपीठ का महत्व:
शक्तिपीठ भगवती देवी के प्रमुख तीर्थस्थल होते हैं जहां मां शक्ति की पूजा की जाती है. ये स्थल धार्मिक और पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण होते हैं और भक्तों के लिए धार्मिक आस्था का केंद्र होते हैं. शक्तिपीठों का महत्व इसलिए होता है क्योंकि इन्हें भगवती देवी के शरीर के विभिन्न भागों के अवशेषों का स्थान माना जाता है. इन्हें मां की पूजा और अर्चना का केंद्र माना जाता है और लोग इन शक्तिपीठों पर भक्ति और समर्पण अर्पित करते हैं. शक्तिपीठों की यात्रा और पूजन से भक्त शक्ति और संजीवनी शक्ति की कृपा को प्राप्त करते हैं. इन स्थलों को धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ ही पर्यटन का भी अच्छा माध्यम माना जाता है जो लोगों को यहां की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को अनुभव करने का अवसर प्रदान करता है.
यहां कुछ देशों के शक्तिपीठ स्थानों के बारे में जानकारी है:
1. नेपाल: नेपाल में भी कई ऐसे स्थान हैं जो शक्तिपीठ के रूप में माने जाते हैं. काठमांडू के निकट भक्तपुर में मां भगवती का मंदिर है जिसे "गुज्येश्वरी मंदिर" कहा जाता है. यहां के शक्तिपीठ मंदिर भक्तों का धार्मिक और पर्यटनिक गंतव्य हैं.
2. बांग्लादेश: बांग्लादेश में भी कुछ ऐसे स्थान हैं जो शक्तिपीठ के रूप में माने जाते हैं. बांग्लादेश के साथीया नगर में मां चंद्रघंटा का मंदिर है जिसे "चंद्रघंटा मंदिर" कहा जाता है. यहां के शक्तिपीठ मंदिर भक्तों के लिए प्रसिद्ध हैं.
3. भूटान: भूटान में भी कुछ स्थान हैं जो शक्तिपीठ के रूप में माने जाते हैं. परो में मां ज्वालामुखी का मंदिर है जिसे "ज्वालामुखी मंदिर" कहा जाता है. यहां के शक्तिपीठ मंदिर भक्तों के धार्मिक आस्था का केंद्र हैं.
4. श्रीलंका: श्रीलंका में भी कुछ स्थान हैं जो शक्तिपीठ के रूप में माने जाते हैं. केंड्रिया में मां काली का मंदिर है जिसे "काली मंदिर" कहा जाता है. यहां के शक्तिपीठ मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र हैं.
इन देशों में भी शक्तिपीठ के महत्वपूर्ण स्थान हैं, ये स्थान भगवती देवी की कृपा और आशीर्वाद के लिए महत्वपूर्ण हैं. लोग यहां धार्मिक आस्था और भक्ति के साथ यात्रा करने आते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau