नवरात्र के आठवें दिन दुर्गाजी के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा और अर्चना का विधान है। मंगलवार और बुधवार को अष्टमी-नवमी एक हो जाने के कारण मां गौरी और सिद्धीदात्री का पूजन किया जाएगा। वहीं सोमवार को सप्तमी के दिन मंदिरों में मां कालरात्रि की पूजा की गई।
ज्योतिष के अनुसार अष्टमी सोमवार को शाम 4:12 बजे से है और मंगलवार को दोपहर 02: 44 बजे तक रहेगी। इसके बाद नवमी लग जाएगी और नवमी 5 अप्रैल 2017 दिन बुधवार को दोपहर दिन में 12:50 बजे तक ही होगी।
इसके बाद दशमी तिथि लग जाएगी। इसलिए मंगलवार और बुधवार को अष्टमी-नवमी एक हो जाने के कारण मां गौरी और सिद्धीदात्री का पूजन किया जाएगा। परन्तु उदया तिथि के कारण नवमी बुधवार को होगी।
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इस मंत्र का करें जाप होंगे लाभ
श्वेते वृषे समारूढा, श्वेतांबरधरा शुचि:।
महागौरी शुभं दद्यात, महादेप्रमोददाद।
अर्थात् सफेद बैल पर सवार, श्वेत वस्त्र धारण करने वाली मां महागौरी हम सबका कल्याण करें।
वहीं नवरात्रि के आखिरी दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इस दिन यानी नवमी को पूजा करने पर श्रद्धालुओं को समस्त प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति होती है।
देवी दुर्गा के इस अंतिम स्वरुप को नव दुर्गाओं में सबसे श्रेष्ठ और मोक्ष प्रदान करने वाला माना जाता है।
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Source : News Nation Bureau