Chaitra Navratri 2022, Avoid the Humiliation of These 5 Special Women: चाणक्य निति और शास्त्रों में 5 स्त्रियों का उल्लेख किया गया है जिनका अपमान करना माँ दुर्गा के क्रोध को जागृत कर सकता है. जहां इन स्त्रियों के अपमान से व्यक्ति का जीवन तहस नहस हो जाता है, उसपर मां के क्रोध की वर्षा होती है. वहीं, इनके सम्मान से व्यक्ति दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की करता है, उसके सभी कष्ट मिट जाते हैं और उस पर माता की विशेष कृपा होती है.
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राजा की पत्नी
जब किसी राज्य में कोई शासक होता है तो वह अपनी प्रजा के लिए वह हर एक काम करता है जिससे वह खुशी रहे. जिसके कारण उसे पिता समान माना जाता है. ऐसे में उसकी पत्नी मां समान हुई. इसलिए राजा के साथ-साथ रानी को भी मां के समान आदर देना चाहिए.
गुरु की पत्नी
मां के बाद गुरु ही वह व्यक्ति होता है जो एक बच्चे को सही और गलत का रास्ता दिखाता है. जिससे वह अपनी बुलंदियों को छूता है. इसी कारण उसकी तुलना पिता के रूप में की जाती है. ऐसे में गुरु की पत्नी मां के समान मानी जानी चाहिए.
मित्र की पत्नी
मित्र की पत्नी को भाभी का दर्जा दिया है. भाभी को भी मां समान माना जाता है. इसलिए घर पर मौजूद भाभी को मां समान मानना चाहिए. इससे आपका सम्मान दूसरों की नजरों में बढ़ेगा.
पत्नी की मां
जिस तरह किसी पुरुष की मां का सम्मान होता है. वैसे ही पत्नी को जन्म देने वाली मां का भी अपनी माता के समान होती है. इसलिए हर व्यक्ति को अपनी मां की तरह की पत्नी की मां का सम्मान और प्यार देना चाहिए.
अपनी मां
पांचवी मां स्वयं की मां को कहा जाता है. जिससे आपको एक आकार और अस्तित्व दिया है. जो आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए रास्ता दिखता है. रास्ते में आए हर दुख को खुद सह कर आपको खुश रखती हैं. ऐसा मां पुज्नीय मानी जाती है. कभी भी इनका अनादर ना करें.