Navratri 2023: आदिशक्ति मां दुर्गा के स्वरूप अलग-अलग स्थानों पर विराजमान हैं. जिसमें से एक मंदिर ग्वालियर के नाका चंद्रबदनी में स्थित है. इन्हें लोग नहर वाली माता के नाम से भी जानते हैं. बता दें, यह मंदिर 250 साल पुराना है. ऐसा कहा जाता है, जिस भी जातक के व्यवसाय में घाटा हुआ है, उसे इस मंदिर में मां के सामने शीश नवाने अवश्य आना चाहिए. यहां मां अपने सभी भक्तों की मुराद पूरी होती है.
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यह मंदिर लगभग 250 साल पूराना है. तब यहां पर नहर बहा करती थी, इसलिए नहर के किनारे होने के कारण इसे नहर वाली मंदिर के नाम से जाना जाता है. यहां भक्त आकर मां को अपनी परेशानियां बताते हैं. ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति इस मंदिर में आता है, उन्हें मां खाली हाथ नहीं भेजती हैं.
इस मंदिर में ज्यादातर वही लोग आते हैं, जिन्होंने अपना व्यवसाय शुरु किया होता है. व्यवसाय में घाटा या फिर परेशानी आ रही है, तो आप इस मंदिर में जरूर जाएं. यहां मां के दर्शन करने मात्र से ही व्यवसाय में लाभ होता है. इस मंदिर में भंडारों का आयोजन होता है.
मंदिर के पुजारी का कहना है कि ये 250 साल पूर्व उनके वंशजों को मां ने साक्षात उनके सपने में दर्शन दिए थे और मां की स्थापना करने की आज्ञा भी दी थी. वहां जैसे ही मंदिर की स्थापना हुई, तभी से लोगों की मुरादें पूरी होती गई. यहां माता का दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. यहां मां अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी कर देती है.
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व्यापार मेंआ रही है दिक्कत तो मंदिर में करें ये काम
1. अगर आपके व्यापार में परेशानियां आ रही है, तो मंदिर में आकर दुर्गा चालीसा का पाठ अवश्य करें.
2. दुर्गा मां को लाल चुनरी पहनाएं. रोली, लाल फूल ,फल मिठाई अर्पित करें.
3. मां दुर्गा की आरती करें.