Chaitra Navratri 2023 : हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि सबसे पवित्र पर्व मानी जाती है. अब दिनांक 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत भी हो चुकी है. इसका समापन दिनांक 30 मार्च को होगा. वहीं दूसरी तरफ कल यानि कि दिनांक 28 मार्च को महाअष्टमी है. इस दिन मां महागौरी को प्रसन्न करने के लिए श्रीदुर्गा सप्तशती के पाठ का विधि-विधान है. अगर श्रीदुर्गा सप्तशती आपको कठिन लग रहा है, तो सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें. ये बहुत सरल और प्रभावशाली माना जाता है. इस मंत्र का नियमित रूप से पाठ करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के पाठ के बारे में बताएंगे, साथ ही इस स्तोत्र का पाठ कैसे करना चाहिए.
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सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का ऐसे करें पाठ
शाम के समय इसका पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है. महागौरी के सामने दीपक जलाएं. लाल आसन पर बैठें. लाल कपड़े पहनें, ये बहुत शुभ होता है. इसके बाद देवी को प्रणाम कर संकल्प लें. फिर कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें. इसका पाठ करने से पहले पवित्रता का अवश्य पालन करें.
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के पाठ से होता है ये लाभ
1. इस स्तोत्र का पाठ करने से वाणी और मन की शक्ति बनी रहती है.
2. व्यक्ति के अंदर ऊर्जा का संचार होता है.
3. ग्रह दोष से भी मुक्ति मिलती है.
4. व्यक्ति की आर्थिक स्थिति ठीक रहती है.
5. नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं पड़ता है.
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सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के मंत्र का करें जाप
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।
न सूक्तं नापि ध्यानं च न न्यासो न च वार्चनम्।।2।।
कुंजिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत्।
अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम्।।3।।
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति।
मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।
पाठमात्रेण संसिद्ध् येत् कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम्।।4।।