Chaitra Navratri 2024: मां महागौरी नवरात्रि के आठवें दिन की देवी हैं. इनका नाम गौरा और अंगीरा नामक ऋषि के तपस्या के फलस्वरूप हुआ था. मां महागौरी श्वेत वस्त्र धारण करती हैं और उनके हाथों में कमंडल, त्रिशूल और वरदमुद्रा होती है. महागौरी का नाम उनकी सफेद रंग की त्वचा से आता है, जो उनकी पवित्रता और निर्मलता को प्रतिनिधित करती है. उनके चारों हाथ में त्रिशूल और डमरू होते हैं, जो शक्ति और संहार का प्रतीक है. मां महागौरी को शांति, समृद्धि और ज्ञान की देवी माना जाता है. दुर्गा अष्टमी के दिन मां महागौरी की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है.
मां महागौरी की पूजा के अनेक महत्व हैं
1. पापों का नाश- मां महागौरी की पूजा से पापों का नाश होता है और मन शुद्ध होता है.
2. मनोकामनाओं की पूर्ति- मां महागौरी की पूजा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
3. सुख-समृद्धि- मां महागौरी की पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
4. ज्ञान और बुद्धि- मां महागौरी की पूजा से ज्ञान और बुद्धि प्राप्त होती है.
5. भय और शंकाओं का नाश- मां महागौरी की पूजा से भय और शंकाओं का नाश होता है.
6. रोगों से मुक्ति- मां महागौरी की पूजा से रोगों से मुक्ति मिलती है.
7. ग्रहों की शांति- मां महागौरी की पूजा से ग्रहों की शांति होती है.
8. वैवाहिक सुख- मां महागौरी की पूजा से अविवाहितों को योग्य जीवनसाथी प्राप्त होता है और विवाहितों के जीवन में सुख-शांति आती है.
9. संतान प्राप्ति- मां महागौरी की पूजा से संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वालों को संतान प्राप्त होती है.
10. मोक्ष- मां महागौरी की पूजा से मोक्ष प्राप्त होता है.
मां महागौरी की पूजा विधि
नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापित करें. कलश में जल, अष्टधान, नारियल, लौंग, सुपारी, हल्दी, चावल और कुछ सिक्के डाले जाते हैं. कलश को लाल कपड़े से ढककर उसके ऊपर आम या नारियल रखा जाता है. मां महागौरी की प्रतिमा या तस्वीर को पूजा स्थान पर स्थापित करें. प्रतिमा या तस्वीर को फूलों और मालाओं से सजाएं. मां महागौरी की प्रतिमा को गंगाजल या दूध से स्नान कराएं. मां महागौरी को लाल या सफेद रंग का वस्त्र अर्पित करें. आभूषण और सिंदूर अर्पित करें. अब माता को कुमकुम लगाएं और फिर फूल चढ़ाएं. मां महागौरी को सफेद फूल या गुलाब अर्पित करना बेहद शुभ माना जाता है. उनको केला, नारियल और अनार जैसे फल अर्पित करें और पान का भोग लगाएं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau