Chaitra Navratri 4 Day 2024: मां कूष्मांडा नवरात्रि के चौथे दिन की देवी हैं. वे सृष्टि की आदिदेवी हैं और उनकी पूजा करने से बुद्धि, विद्या, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है. भारत में मां कूष्मांडा के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं और ये भारत में अनेक स्थानों पर स्थित हैं, जहां भक्तगण मां कूष्मांडा की पूजा-अर्चना करते हैं और उन्हें आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. ये मंदिर सामान्यत: गांवों या छोटे शहरों में स्थित होते हैं और विशेषतः नवरात्रि के दौरान भक्तों की भीड़ आती है. मां कूष्मांडा के मंदिर में उनकी मूर्ति या प्रतिमा स्थापित होती है, जिसे भक्तगण श्रद्धापूर्वक पूजते हैं. ये मंदिर अक्सर छोटे होते हैं, लेकिन उनमें शांतिपूर्ण और धार्मिक वातावरण होता है. कई मां कूष्मांडा के मंदिर गांव के बाहर या जंगलों में स्थित होते हैं, जिन्हें प्राकृतिक रूप से सजाया जाता है और उनका वातावरण शांतिपूर्ण होता है. नवरात्रि के दौरान, माँ कूष्मांडा के मंदिरों में भक्तों की भीड़ बढ़ जाती है और विभिन्न प्रकार के धार्मिक आयोजन आयोजित किए जाते हैं. भक्त यहाँ आकर अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए माँ कूष्मांडा की कृपा का आशीर्वाद मांगते हैं. मां कूष्मांडा के मंदिर धार्मिक और आध्यात्मिक आयाम को समेटे हुए होते हैं और लोगों को धार्मिक उत्सव के अवसर पर संगठित रूप में पूजा-अर्चना करने का अवसर प्रदान करते हैं.
1. मां कूष्मांडा मंदिर, गुजरात
यह मंदिर गुजरात के द्वारका में स्थित है. यह मां कूष्मांडा का सबसे प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है. यह मंदिर 8वीं शताब्दी का है और चालुक्य शैली में बना है. मां कूष्मांडा की प्रतिमा स्वयंभू है, यानी यह किसी मूर्तिकार द्वारा निर्मित नहीं की गई है.
2. मां कूष्मांडा मंदिर, हिमाचल प्रदेश
यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित है. यह मंदिर 5वीं शताब्दी का है और नाग शैली में बना है. मां कूष्मांडा की प्रतिमा काले पत्थर से बनी है.
3. मां कूष्मांडा मंदिर, राजस्थान
यह मंदिर राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित है. यह मंदिर 11वीं शताब्दी का है और चौलुक्य शैली में बना है. मां कूष्मांडा की प्रतिमा सफेद संगमरमर से बनी है.
4. मां कूष्मांडा मंदिर, मध्य प्रदेश
यह मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित है. यह मंदिर 8वीं शताब्दी का है और परमार शैली में बना है. मां कूष्मांडा की प्रतिमा सोने से बनी है.
5. मां कूष्मांडा मंदिर, तमिलनाडु
यह मंदिर तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में स्थित है. यह मंदिर 7वीं शताब्दी का है और पल्लव शैली में बना है. मां कूष्मांडा की प्रतिमा पत्थर से बनी है.
इनके अलावा, मां कूष्मांडा के अनेक अन्य प्रसिद्ध मंदिर भारत के विभिन्न हिस्सों में स्थित हैं. मां कूष्मांडा की पूजा नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से की जाती है. भक्त मां कूष्मांडा से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना करते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau