Chaitra Purnima 2023 : आज दिनांक 06 अप्रैल दिन गुरुवार को चैत्र पूर्णिमा है. इस दिन स्नान-दान करने का खास महत्व है. यह हिंदू नववर्ष 2080 की पहली पूर्णिमा स्नान है. सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का खास महत्व है. इस दिन जो व्यक्ति पवित्र नदी में स्नान करता है, उसे पुण्य की प्राप्ति होती है. साथ ही स्नान करने के बाद दान अवश्य करें. क्योंकि स्नान करने से शरीर पवित्र हो जाता है और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. अब ऐसे में दो शुभ योग भी बन रहा है,जिसमें स्नान और दान करना बहुत शुभ माना जाता है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में चैत्र पूर्णिमा पर स्नान और दान करने का शुभ मुहूर्त बताएंगे, साथ ही इस दिन का महत्व क्या है.
चैत्र पूर्णिमा शुभ तिथि
हिंदू पंचांग में चैत्र पूर्णिमा आज 10 बजकर 04 मिनट तक ही मान्य है.
स्नान और दान करने का शुभ मुहूर्त
आज ब्रह्म मुहूर्त में स्नान प्रारंभ है. वहीं बता दें, कि आज दो शुभ योग भी हैजो सुबह 07:00 बजे तक है. इस योग में स्नान और दान करने से व्यक्ति के सभी कार्य सफल होते हैं और मनोकामनाएं भी पूरी होती है.
वहीं सुबह 06 बजकर 20 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 21 मिनट तक शुभ समय है. इसमें आप स्नान और दान कर सकते हैं.
आज करें मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा
पूर्णिमा तिथि पर मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा का जाती है. इससे घर में सुख-समृद्धि आती है . पूजा के समय कनकधरा स्तोत्र और लक्ष्मी चालीसा का पाठ अवश्य करें.
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इन मंत्रों का करें जाप
- चंद्र मंत्र - ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम:
- शाकंभरी देवी मंत्र - 'ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं भगवति माहेश्वरि अन्नपूर्णे स्वाहा।
HIGHLIGHTS
- आज है हिंदू नववर्ष की पहली पूर्णिमा
- करें मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा
- इन मंत्रों का करें जाप