आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti) की अर्थनीति, कूटनीति और राजनीति विश्वविख्यात है, जो हर एक को प्रेरणा देने वाली है. चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु और सलाहकार आचार्य चाणक्य के बुद्धिमत्ता और नीतियों से ही नंद वंश को नष्ट कर मौर्य वंश की स्थापना की थी. आचार्य चाणक्य ने ही चंद्रगुप्त को अपनी नीतियों के बल पर एक साधारण बालक से शासक के रूप में स्थापित किया. अर्थशास्त्र के कुशाग्र होने के कारण इन्हें कौटिल्य कहा जाता था. आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के जरिए जीवन से जुड़ी समस्याओं का समाधान बताया है.
आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन कर व्यक्ति जीवन में कभी भी असफल नहीं हो सकता है.आज के समय में भी आचार्य चाणक्य की नीतियां उतनी ही कारगर है जितने पहले थे. अपना खुद का घर खरीदना हर व्यक्ति का सपना होता है. घर खरीदने में व्यक्ति जीवनभर की पूंजी लगा देता है. हर व्यक्ति चाहता है कि वो अच्छी जगह पर ही घर ख़रीदे. आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रथ चाणक्य नीति में घर के बारे में चर्चा की है. चाणक्य के अनुसार कुछ स्थान ऐसे होते हैं जहां पर घर खरीदना शुभ होता है. आइए जानते हैं व्यक्ति को किन स्थानों पर घर खरीदना चाहिए.
धार्मिक वातावरण वाली जगह पर खरीदें घर
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को ऐसी जगह पर घर खरीदना चाहिए जहां का वातावरण धार्मिक हों। जहां धार्मिक आस्था वाले लोग रहते हैं वहां घर खरीदना शुभ होता है। ऐसे स्थान पर भगवान का वास होता है।
धनवान लोगों के आस- पास खरीदें घर
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को धनवान लोगों के आस-पास घर खरीदना चाहिए, क्योंकि ऐसे स्थान पर रोजगार का साधन अच्छा होता है।
कानून का पालन होता है
व्यक्ति को हमेशा घर ऐसी जगह पर खरीदना चाहिए जहां के लोग कानून का पालन करते हों। आचार्य चाणक्य के अनुसार जहां के लोग कानून का पालन नहीं करते हैं वहां पर भूलकर भी घर न खरीदें।
स्वास्थ्य सुविधाएं देखकर ही खरीदें घर
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को घर उसी स्थान पर खरीदना चाहिए जहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों। घर के आस- पास डॅाक्टर या अस्पताल जरूर होना चाहिए।
पानी की सुविधा हों
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को हमेशा उसी स्थान पर घर बनाना चाहिए जहां पानी की सुविधा अच्छी हों।
Source : News Nation Bureau