Chanakya Niti: इस बात में कोई दोराय नहीं कि चाणक्य नीति का अनुसरण न सिर्फ जीवन में सफलता का मार्ग खोल सकता है बल्कि आपको कई गंभीर परिस्थितियों से भी बाहर निकलने में मदद कर सकता है. चाणक्य नीति में लिखी हर एक बात को अगर शांत मन और बुद्धि से समझा जाए तो जीवन की हर परेशानी को हल किया जा सकता है. चाणक्य नीति में आम जीवन से जुड़ी कई बातों के बारे में बताया गया है. वहीं, नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य ने कुछ ऐसी घटनाओं की विस्तृत जानकारी दी है जिनका बार बार और जल्दी जल्दी घटित होना आने वाली भयंकर कंगाली की तरफ इशारा है. आचार्य चाणक्य के मुताबिक, इन घटनाओं को अनदेखा करना जीवन की सबसे बड़ी भूल साबित हो सकती है.
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तुसली के पौधे का सूखना
घर में लगे तुलसी के पौधे का सूखना अशुभता का संकेत होता है. माना जाता है कि अगर तुलसी का पौधा पानी देने के बाद भी सूखने लगे तो ये न सिर्फ नकारात्मक शक्तियों के घर में घर में प्रवेश का संकेत बल्कि आपके भयंकर आर्थिक तंगी के चपेट में आने की तरफ भी इशारा है. ऐसे में इसे नजरअंदाज करना आपको आगे चलकर अत्यधिक भारी पड़ सकता है.
घर में झगड़े होना
यूं तो हर घर में छोटी मोती लड़ाइयां होती रहती हैं. लेकिन अगर घर में आये दिन किसी न किसी बात पर लड़ाई हो जाती है या बहस सी छिड़ जाती है तो इसका सीधा सीधा मतलब है कि जल्द ही आपके जीवन में आर्थिक संकट का दौर शुरू होने वाला है. ऐसे में कोशिश करें कि झगड़ा न हो और अगर हो तो उसे जल्द से जल्द सुलटा लें.
शीशा टूटना
शीशा टूटने जैसी घटनाओं को धार्मिक दृष्टि से अशुभ माना जाता है. वहीं, चाणक्य नीति में इसे आर्थिक नुकसान से जोड़ कर बताया गया है. आचार्य चाणक्य के मुताबिक, घर में एक बार शीशा टूटना साधारण बात हो सकती है लेकिन अगर आये दिन ऐसा हो कि किसी न किसी वजह से शीशा टूट जाए तो ये आने वाली आर्थिक मुसीबत का सूचक है.
पूजा पाठ में विघ्न पड़ना
घर में पूजा पाठ का वातावरण होना अति आवश्यक है. क्योंकि पूजा पाठ से घर में शुद्धता स्थापित होती है जिसके चलते नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती. लेकिन अगर घर में पूजा पाठ नहीं होता है या फिर पूजा पाठ या किसी धार्मिक कार्य में बार बार अड़चनें आ रही हैं तो इसका अर्थ है कि जल्द ही आपको आर्थिक तंगी भुगतनी पड़ सकती है.