Chanakya Niti: चाहते हैं सुखी जीवन तो अपनाएं ये जरूरी चीजें

आचार्य चाणक्य की नीतियों सालों से कारगार मानी जाती रही है. चाणक्य नीति में ऐसी कई बातें बताई गई हैं, जिनका पालन करने से आप किसी भी समस्या से बाहर आ सकते हैं.

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Vineeta Mandal
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Chanakya Niti

Chanakya Niti ( Photo Credit : फाइल फोटो)

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आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti)  की नीतियां व्यक्ति के जीवन में बेहद कारगार उपाय मानी जाती है. चाण्क्य ने अपनी नीतियों के जरीए लोगों को बहुत जरूरी और कड़ा संदेश दिया है. चाणक्य ने जीवन के हर पहलू को अपनी नीतियों में जगह दी है. चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के जरीए पाप-पुण्य, कर्तव्य और अधर्म-धर्म के बारें में बताया है इनकी नीतियों के जरीए व्यक्ति अपने जीवन को बेहतरीन बना सकता हैं. आचार्य चाणक्य की नीतियों सालों से कारगार मानी जाती रही है. चाणक्य नीति में ऐसी कई बातें बताई गई हैं, जिनका पालन करने से आप किसी भी समस्या से बाहर आ सकते हैं. चाणक्य नीति में जीवन को सफल बनाने के लिए कई बातों का जिक्र किया गया है. यहां हम आपको चाणक्य की उन नीतियं के बारे में बताने जा रहे है, जिसकी मदद से आप अपने जीवन को सफल बना सकते हैं. 

और पढ़ें: Chanakya Niti: किसी व्यक्ति को परखने के लिए अपनाएं आचार्य चाणक्य के बताए ये चार तरीके

यस्मिन् देशे न सम्मानो न वृत्तिर्न च बान्धवाः ।
न च विद्याऽऽगमः कश्चित् तं देशं परिवर्जयेत् ।।

चाणक्य के इस कथन के मुताबिक, जिस देश में मान सम्मानस, अजीविका, गुरु और माता का सम्मान, विद्या प्राप्ति के लिए कोई भी साधन उपलब्ध नहीं है. ऐसे में उस देश के साथ उस स्थान को बिना देरी किए त्याग देना चाहिए.

1. इस दुनिया में व्यक्ति के लिए मान-सम्मान सबसे ज्यादा जरूरी होता है. बिना सम्मान के जीवन जीना व्यर्थ माना जाता है. वहीं एक सभ्य मनुष्य हर किसी की भावनाओं की कद्र करते हुए उसे हमेशा सम्मान देता हैं. चाहे गरीब हो या अमीर हर वर्ग और जाति का लोग सम्मान का अधिकार होता हैं. अगर आप अपमानित कर के किसी को ढेरों पैसे भी देते हैं तो वो स्वीकार नहीं करेगा. व्यक्ति कम पैसे का जीवन बिता सकता हैं लेकिन बिना मान-सम्मान के जीवित नहीं रह सकता है. यहीं वजह है कि सम्मान सबसे जरूरी होता है.

2. कहते हैं बिना ज्ञान और विद्या के व्यक्ति एक कदम नहीं चल सकता हैं. व्यक्ति को अपनी तरक्की के लिए विद्या की जरूरी हमेशा रहती है. बिना विद्या के मनुष्य का विकास असंभव है.अगर वह खुद न भी विद्या अध्ययन करता हो तब भी आने वाली पीढ़ी के लिए उसे विद्या की नितांत अवश्यकता होती है.

3. हर व्यक्ति के जीवन के लिए आजीविका की जरूरत होती है. बिना वृत्ति या किसी आश्रय के सहारे कोई नहीं रह सकता है. व्यक्ति में स्वयं के प्रति मान-सम्मान की भावना होती है. वह आश्रय में रहने से आहत होती है इसलिए रोजगार आवश्यक है. हर व्यक्ति को अपने काम और पेशा में कड़ी मेहनत करते रहना चाहिए, जिससे उसे धन की कमी कभी न हो.

4. किसी भी व्यक्ति के लिए अकेले रहना मुश्किल है. यही वजह है कि मनुष्य को सामाजिक प्राणी कहा गया है. तो हर व्यक्ति के लिए सगे संबंधी और मित्र की बहुत आवश्यकता रहती है. जीवन में जब कभी विपत्ति आती है तो उसे अपनों की जरूरत पड़ती है. आपके अपने जीवन की हर मुश्किल को सरल बना देते हैं.

Source : News Nation Bureau

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