जब पृथ्वी, सूर्य और चन्द्रमा के बीच में आ जाती है, तो पृथ्वी की प्रच्छाया से चन्द्रमा ढक जाता है और चन्द्रग्रहण लग जाता है। साल 2018 का पहला चंद्रग्रहण बुधवार 31 जनवरी को पड़ने वाला है। ग्रहण का समय शाम 5:18 से रात 8:42 रहेगा। ग्रहण काल कुल 3 घंटे 24 मिनट का रहेगा, हालांकि 01 घंटा 17 मिनट तक ग्रहण पूरा दिखाई देखा।
ग्रहण दो तरह के होते हैं- खग्रास और खण्डग्रास। जब ग्रहण आंशिक रूप से लगता है, तो वह खण्डग्रास कहलाता है और जब पूर्ण रूप से ग्रहण लगता है, तो वह खग्रास कहलाता है। यह खग्रास चंद्र ग्रहण है।
ज्योतिषाचार्य पंडित अजय व्यास के मुताबिक चन्द्र ग्रहण सेहत पर विपरीत प्रभाव डालने वाला होगा। वहीं सर्दी को बढ़ाने वाला होगा। ज्योतिष के अनुसार, यह ग्रहण कर्क राशि और आश्लेषा नक्षत्र में होगा। यह ग्रहण भारत वर्ष में दृश्य होगा इसलिए धार्मिक सूतक मान्य होगा।
एशिया के अलावा चंद्र ग्रहण उत्तर पूर्वी यूरोप, एशिया के अधिकांश भाग, ऑस्ट्रेलिया, पूर्वोत्तर अफ्रीका, उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका आदि में दिखाई देगा।
चन्द्रकांति मालिन्य शाम: 04:20 बजे
चन्द्रग्रहण का स्पर्शकाल: शाम 05:18 बजे
सम्मिलन: शाम 06:21 बजे
ग्रहण का मध्य: शाम 07:00 बजे
उन्नमिलन: शाम 07:38 बजे
ग्रहण का मोक्षकाल: शाम 08:42 बजे
चन्द्रनिर्मला कांति: 09:40 बजे
माना जाता है कि ग्रहण के सूतक काल में भोजन, शयन, मूर्ति स्पर्श, हास्य विनोद नहीं करना चाहिए। ग्रहण में स्नान करते समय कोई मंत्र आदि नहीं बोलना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: नहीं बन रहे हैं काम! तो मंगलवार को रखें हनुमान जी का व्रत
Source : News Nation Bureau