Chandra Grahan 2023 : साल का पहला चंद्र ग्रहण शुरू हो चुका है. चंद्र ग्रहण रात 8 बजकर 44 मिनट पर शुरू हुआ है और यह देर रात 1: 02 मिनट पर खत्म होगा. यीनी चंद्र ग्रहण 4 घंटे से अधिक समय का है. साल का पहला चंद्र ग्रहण बुद्ध पूर्णिमा पर लगा है. 130 साल बाद बुद्ध पूर्णिमा पर चांद को ग्रहण लगा है. बता दें कि 15 दिनों के भीतर साल का यह दूसरा ग्रहण लगा है. 20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगा था. जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच से गुजरती है तो चंद्र ग्रहण लगता है. यह एक उपछाया चंद्र ग्रहण है. इसे पेनुम्ब्रा चंद्रग्रहण भी कहते हैं, जिसका मतलब है उपछाया. ये बहुत ही खास स्थिति भी बनाता है, जिसमें चांद पृथ्वी की सीधे सामने नहीं होता है, ये पृथ्वी के किनारे में स्थित होता है. जबकि पृथ्वी की उपछाया उस पर पड़ती है. जिससे चांद पर धीरे -धीरे अंधेरा बढ़ जाता है. ये बहुत ही दुर्लभ स्थिति में बनता है.
इस साल का पहला चंद्र ग्रहण बड़ा नजर आएगा. वहीं ऐसा भी कहा जा रहा है कि पेनुम्ब्रल चंद्रग्रहण काफी गहरा होगा, यानी कि पृथ्वी की छाया धीरे-धीरे चांद के बड़े हिस्सों को ढक लेगी. अब अगली बार ऐसा संयोग साल 2042 के सितंबर महीने में देखने को मिलेगा. अब ऐसे में इस बार पेनुम्ब्रा चंद्रग्रहण क्यों खास माना जा रहा है, पेनुमेब्रा और चंद्रग्रहण में क्या अंतर है, इसके बारे में हम आपको अपने इस लेख में विस्तार से बताएंगे.
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जानें क्या होता है चंद्रग्रहण
चंद्रग्रहण तब लगता है, जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है. चंद्रग्रहण भी तीन तरह के होते हैं.
1.पूर्ण चंद्रग्रहण
2. आंशिक चंद्रग्रहण
3. पेनुम्ब्रा यानी कि उपच्छाया चंद्रग्रहण
पेनुम्ब्रा चंद्रग्रहण क्या होता है?
जब पृथ्वी की स्थिति सूर्य और चांद के बीच होती है. लेकिन चांद सीधे पृथ्वी के सामने नहीं होता है. बल्कि उसकी छाया के बाहरी हिस्से में होकर गुजरता है, जिसे पेनुम्ब्रा कहा जाता है. ऐसी स्थिति बहुत कम देखने को मिलती है. ये साल में 19 साल बाद आएगी. पृथ्वी सूर्य के प्रकाश के केवल एक ही हिसेस को चंद्रमा तक पहुंचाने से रोकती है.
क्या भारत में नजर आएगा और कहां-कहां दृश्यात्मक होगा
पेनुम्ब्रा चंद्रग्रहण भारत में रात 08 बजकर 45 मिनट पर नजर आएगा. जिसकी अवधि कुल 04 घंटे 17 मिनट की है. इसके साथ ही ये उपछाया चंद्रग्रहण एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में देखा जा सकेगा. एशिया और ऑस्ट्रेलिया में ये पूरी तरह नजर आएगा तो अफ्रीका और यूरोप के ज्यादातर हिस्सों में दिखेगा.
HIGHLIGHTS
- रात 8: 44 मिनट पर शुरू हुआ चंद्र ग्रहण
- 130 साल बाद बुद्ध पूर्णिमा के दिन लगा चंद्र ग्रहण
- 15 दिनों के भीतर साल का दूसरा ग्रहण