छठ महापर्व (Chhath Puja 2022) का आज आखिरी दिन है. आज ही के दिन व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य देकर (Chhath Puja Surya Arghya Time) अपने व्रत का पारण करते हैं. इस व्रत में छठी मईया और सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है, सूर्य देव और छठी मईया की इस विशेष पूजा करने से उत्तम स्वास्थ्य, सुख समृद्धि और संतान को सुरक्षा प्राप्त होती है. कहा जाता है कि इन दिनों उगते सूर्य को अर्घ्य देने पर साधक को आत्मविश्वास, मान-सम्मान, संतान की आयु में भी वृद्धि होती है. तो चलिए जानते हैं छठ पूजा में सूर्योदय का मुहूर्त और सूर्य देव को प्रसन्न करने वाला एक खास श्लोक.
उगते सूर्य को अर्घ्य देने का विशेष मुहूर्त -
ऊषाकाल सूर्य मुहूर्त - सुबर 06.36 (31 अक्टूबर 2022)
चौथ दिन का मुहूर्त और योग
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04:53 - सुबह 05:44
अभिजित मुहूर्त - सुबह 11:48 - सुबह 12:33
त्रिपुष्कर योग - सुबह 05.48 - सुबह 06.36
सूर्य देव श्लोक
सहस्रकिरणोज्ज्वल। लोकदीप नमस्तेऽस्तु नमस्ते कोणवल्लभ।।
भास्कराय नमो नित्यं खखोल्काय नमो नमः।
विष्णवे कालचक्राय सोमायामिततेजसे।।
भावार्थः
हे देवदेवेश! आप सहस्र किरणों से प्रकाशमान हैं।
हे कोणवल्लभ! आप संसार के लिए दीपक हैं, आपको हमारा नमस्कार है। विष्णु, कालचक्र, अमित तेजस्वी, सोम आदि नामों से सुशोभित एवं अंतरिक्ष में स्थित होकर सम्पूर्ण विश्व को प्रकाशित करने वाले आप भगवानको हमारा नमस्कार है।
Source : News Nation Bureau