छठ पूजा (Chhath Puja 2022) की शुरुआत हो चुकी है. आज छठ पूजा का तीसरा दिन है, जो बड़ी छठ के नाम से जाना जाता है. आज के शाम के समय में सूर्यदेव के अस्त होने पर उन्हें अर्घ्य देने की मान्यता है. शाम के समय व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं ने आधे पानी में खड़े होकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. साथ ही परिवार के सुख, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की. आपको बता दें छठी मैया को अस्ताचलगामी का तीसरा अर्घ्य आज दिया गया, अब सुबह उषा काल में चौथा अर्घ्य दिया जाएगा.उसके बाद श्रद्धालु चौथे दिन अर्घ्य देकर प्रसाद ग्रहण करेंगे.यह ऐसा व्रत है, जिसे महिला और पुरुष दोनों रखते हैं.
इसकी शुरुआत नहाय-खाय से होती है.वहीं बता दें संध्या के समय लोग अर्घ्य देने के बाद जिनकी मन्नत पुरी हुई है वह घर में गन्ने से चौकार बनाकर कोसी भरेंगे और पूरे परिवार में वंशानुसार सुख-समृद्धि की कामना करेंगे.यह पर्व गुड़ का दान करना बेहद शुभ माना जाता है, जिनकी कुंडली में ग्रह नक्षत्र के दोष चल रहे हैं, तो उन्हें गुड़ का दान विशेष रुप से करना चाहिए,इससे सूर्य देवता बेहद प्रसन्न होते हैं. वहीं सुबह के समय अर्घ्य देते समय अपने सिर से छह नारियल को वार कर जल में प्रवाह कर दें, ऐसा करने से सूर्य देवता बेहद प्रसन्न होंगे और आपकी कुंडली में ग्रह नक्षत्र का कोई दोष नहीं होगा.
Source : Aarya Pandey