बच्चों को सुबह उठते ही एक शांतिपूर्ण और मनोबल बढ़ाने वाली पूजा करना अच्छा होता है, जो उन्हें पूरे दिन के लिए तैयार कर सकती है. यह पूजा उन्हें धार्मिकता और आत्म-समर्पण की भावना सिखाने में मदद कर सकती है. अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा गुणवान बनें और उसमें संस्कार आएं तो आपको बचपन से ही उसे ये सिखाना चाहिए. बच्चे सुबह उठते ही जो करते हैं उसका प्रभाव उनके पूरे दिन पर रहता है. पूजा से फोकस बढ़ता है और आपका बच्चा फोकस के साथ जो भी काम करेगा उस उसमें कामयाबी जरूर हासिल होगी. तो आइए जानते हैं आप अपने बच्चे को सुबह कैसे पूजा करना सिखा सकते हैं.
उठते ही पानी से मुँह और हाथ धोना:
बच्चों को उठते ही पहले पानी से मुँह और हाथ धोना चाहिए। यह स्वच्छता का एक महत्वपूर्ण पहलुआर्थ शुभ आरंभ के रूप में कार्य कर सकता है.
अपने बेड से बाहर आने के बाद भूमि पर बैठकर पूजा:
उठते ही, बच्चों को अपने बेड से बाहर आने के बाद भूमि पर बैठकर ध्यान में लगना चाहिए.
गायत्री मंत्र का पाठ:
बच्चों को गायत्री मंत्र का पाठ करना चाहिए, जो उनकी बुद्धि को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है.
देवी-देवताओं की मूर्तियों का दर्शन:
घर में होने वाली देवी-देवताओं की मूर्तियों का ध्यान से दर्शन करना चाहिए.
आरती या भजन का सुनना:
बच्चों को किसी भी आरती या धार्मिक भजन का सुनना चाहिए जो उनकी भक्ति बढ़ा सकता है.
माता-पिता को प्रणाम करना:
उठते ही बच्चों को माता-पिता को प्रणाम करना चाहिए, जो उन्हें संजीवनी शक्ति प्रदान कर सकता है.
शिक्षा के लिए आशीर्वाद मांगना:
बच्चों को शिक्षा के लिए आशीर्वाद मांगना चाहिए ताकि वे पूरे दिन में अच्छे से पढ़ाई कर सकें.
तो इस तरह से आप अपने बच्चे में बचपन से ही सही संस्कार पैदा कर सकते हैं. बढ़ती उम्र के साथ उनमें आध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी और ध्यान करने में उनका मन लगेगा. जब छोटी उम्र से ही ध्यान लगाना शुरू कर देते हैं तो ज्ञान बढ़ाने में उन्हें परेशानी नहीं होती. बच्चों के ध्यान के उनके ज्ञान का बहुत गहरा संबंध होता है. तो आप आज से ही अपने बच्चों में ये आदतें पैदा करनी शुरू करें ताकि वो उम्र के साथ संस्कारी हों और उनमें आत्मनिर्भरता आए.
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Source : News Nation Bureau