CM Yogi Adityanath Navratri Puja: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवरात्रि के पावन अवसर पर धुनुची आरती कर माता दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त किया. उन्होने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा जगज्जननी की कृपा दृष्टि सकल संसार पर बनी रहे, चहुंओर सुख एवं समृद्धि का वास हो! यह आरती विशेष रूप से बंगाल और पूर्वी भारत में की जाती है लेकिन योगी आदित्यनाथ द्वारा किए जाने पर यह पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है. धुनुची आरती माता दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए की जाती है और इसे चहुंओर सुख, समृद्धि, और शांति के प्रतीक के रूप में देखा जाता है.
धुनुची आरती का धार्मिक महत्व (Religious significance of Dhunuchi Aarti)
धुनुची आरती नवरात्रि के समय विशेष रूप से की जाती है. मान्यचा है कि ये मां दुर्गा के प्रति श्रद्धा, भक्ति, और समर्पण का प्रतीक है. धुनुची आरती में जलते हुए नारियल के खोल में धूप, कपूर, और चंदन डाला जाता है जिससे धुंआ निकलता है. हालांकि उन्होने थोड़ा अलग तरीके से ये आरती की. भक्तजन इस धुएं से माता को प्रसन्न करते हैं. मान्यता ये भी है कि इस आरती से न केवल वातावरण शुद्ध होता है बल्कि घर और समाज में नकारात्मक ऊर्जा भी समाप्त हो जाती है. धुनुची आरती को धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना गया है. यह मां दुर्गा की शक्ति और उनके शस्त्रों की महिमा का प्रतीक है. आरती के समय भक्तजन पूरे मन से माता से सुख, शांति, और समृद्धि की प्रार्थना करते हैं.
जय माँ शैलपुत्री!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 3, 2024
शारदीय नवरात्रि के पावन शुभारंभ पर आज @GorakhnathMndr में माँ भगवती के प्रथम स्वरूप देवी शैलपुत्री की विधि-विधान से पूजा-अर्चना एवं आरती की।
जगज्जननी की कृपा दृष्टि सकल संसार पर बनी रहे, चहुंओर सुख एवं समृद्धि का वास हो! pic.twitter.com/6JycXGYAPP
सीएम योगी आदित्यनाथ की आरती का संदेश (Message of Aarti of CM Yogi Adityanath)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की धुनुची आरती करने का मुख्य उद्देश्य राज्य और देश के सभी नागरिकों के लिए सुख, समृद्धि और शांति की कामना करना है. उनके इस धार्मिक कार्य को एक महत्वपूर्ण संदेश के रूप में देखा जा रहा है. योगी आदित्यनाथ का यह कदम समाज को धार्मिक आस्थाओं के प्रति जागरूक बनाने और आध्यात्मिक जीवनशैली की प्रेरणा देने के लिए एक मिसाल के रूप में भी देखा जा सकता है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)