बिहार में एक ओर जहां विवाह का मौसम चल रहा है, वहीं कोरोना काल को लेकर राज्य सरकार द्वारा इसके लिए दिशा-निर्देश जारी होने के बाद शादी वाले घरों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इन दिनों विवाह के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं और वैवाहिक कार्यक्रमों का दौर शुरू हो चुका है. कई घरों में शादियों को लेकर आमंत्रणपत्र भी बांट दिए गए हैं. बिहार सरकार के गृह विभाग की ओर से 26 नवंबर से तीन दिसंबर तक वैवाहिक कार्यक्रम के आयोजन में अधिकतम 100 व्यक्ति (कैटरिंग स्टाफ सहित) उपस्थिति की अनुमति दी गई है. अब ऐसे में इस नियम का पालन कितना होगा, यह देखने वाली बात होगी.
पटना के बेली रोड निवासी रौशन कुमार की शादी 1 दिसंबर को होनी है. रौशन के परिजनों ने इस विवाह को लेकर सारी तैयारियां कर ली हैं. कार्ड बांटे जा चुके हैं तथा मैरेज हॉल और बाराती के लिए भोजन का मेन्यु तैयार है. ऐसे में अब सरकार की नई गाइडलाइन के कारण इनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं. रौशन कहते हैं, "अब आने वाले लोगों को रोका नहीं जा सकता. खाने के सामानों में कटौती करने को कैटर्स तैयार नहीं हैं."
इसके अलावा विभाग ने वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल सभी व्यक्ति को अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करने, प्रवेश के समय हाथ को सैनिटाइज करने, थर्मल स्क्रीनिंग करने की व्यवस्था करनी होगी.
इधर, मैरेज हॉल वालों के लिए परेशनी खड़ी हो गई है. शुभम मैरेज हॉल के प्रबंधक रोहित सिंह कहते हैं कि नई गाइडलाइन जारी होने के बाद पांच लोगों ने शादी के कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. जिन घरों में विवाह की रस्में पूरी हो चुकी हैं और रिसेप्शन बाकी है, वे मेन्यू में बदलाव करवा रहे हैं.
गृह विभाग से जारी आदेश में शादी समारोह के दौरान सड़कों पर बैंड बाजा डीजे एवं बरात के जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी गई है. वैवाहिक समारोह स्थल परिसर में हालांकि इसकी अनुमति होगी.
Source : IANS